पिछलेे 25 वर्षों से डॉ. राजू व्यास कर रहे मानवता की सेवा और दे रहे जीवन का दान
नई दिल्ली। देश के वरिष्ठ हार्ट सर्जन डॉ. राजू व्यास को हार्ट सर्जरी के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए फोर्टिस हेल्थ केयर ने गोल्ड मैडल से सम्मानित किया है। यह सम्मान उनको चिकित्सा सेवा और कोविड के दौरान दी गई सेवाओं के लिए प्रदान किया गया है।
डॉ. राजू व्यास वर्तमान में फोर्टिस अस्पताल शालीमार बाग के बाल चिकित्सा और वयस्क हृदय शल्य चिकित्सा विभाग में निदेशक पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। डॉ. व्यास कार्डियक सर्जरी में 25 साल से भी अधिक अनुभव के साथ हजारों लोगों को नया जीवन प्रदान किया है। उन्होंने 88 साल के वयस्क से लेकर नवजात शिशु की 10,000 से अधिक सर्जरी की हैं।
कार्डियक सर्जरी की शिक्षा व प्रशिक्षण उन्होंने मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज और जीबी पंत अस्पताल दिल्ली में लिया था। उन्होंने 1998 में डॉ. केएस अय्यर और डॉ. नरेश त्रेहन के साथ एस्कॉर्ट्स अस्पताल में कार्डियक सर्जरी के क्षेत्र में प्रोफेशनल के तौर पर काम शुरू किया और बाद में एस्कॉर्ट्स अस्पताल और फोर्टिस समूह का जाना पहचाना नाम बन गए। उन्होंने बर्लिन हार्ट इंस्टीट्यूट, रॉयल मेलबर्न चिल्ड्रन हॉस्पिटल ऑस्ट्रेलिया, ग्रेट आर्मंड स्ट्रीट हॉस्पिटल यूके, क्लीवलैंड क्लिनिक यूएसए में कई प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ सर्जनों को प्रशिक्षित किया है।
वह यूरोपियन यूनियन, अमरिकन सोसाइटी ऑफ थोरैसिक सर्जन, एशियाियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोथोरेसिक सर्जरी एसोसिएशन, इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोथोरेसिक सर्जन एसोसिएशन, आईएसएमआईसीएस से कई अंतरराष्ट्रीय सोसायटी के सदस्य भी हैं। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 75 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्होंने भारत में कई कार्डियक सर्जनों को प्रशिक्षित किया है जो दिल्ली, एम्स के विभिन्न अस्पतालों में स्वतंत्र सर्जन के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय सर्जनों को भी प्रशिक्षित किया है और युद्धग्रस्त इराक, अफगानिस्तान में सर्जरी की है। इसके अलावा अफगानिस्तान, इराक, इथियोपिया, युगांडा, नाइजीरिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार के कई मरीजों के हार्ट की सफलता पूर्वक सर्जरी कर उनको नया जीवन प्रदान किया।
उनके अद्वितीय चिकित्सा सेवा व कार्य के लिए कई पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। हाल ही में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सर्जन का पुरस्कार मिला। उनके जुनून, समर्पण और योगदान के लिए फोर्टिस हेल्थ केयर से दो बार स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। कोविड के दौरान उनके द्वारा लोगों में जागरूकता, चिकित्सा, मदद व सामाजिक कार्यों के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया।