पुष्करणा समाज ओलम्पिक वैडिंग शुक्रवार को, बीकानेर में रौनक पूरे परवान पर नजर आ रही







बीकानेर, 17 फरवरी (CK NEWS/CHHOTIKASHI)। भारतीय जीवन में मनुष्य को संस्कारित करने वाला सबसे बड़ा व अहम अवसर है विवाह। विवाह जीवन के क्रम को बदलने वाला हर्ष-उल्लास का मांगलिक पर्व है। जिसे पूरे परिजनों के साथ आमोद-प्रमोद से आयोजित किया जाता है।  परम्पराओं एवं संस्कारों की दृष्टि से राजस्थान सबसे आगे रहा है और राजस्थान में भी बात करें पुष्करणा समाज के ओलम्पिक वैडिंग (सामूहिक विवाह) की तो वह अनूठा और सबसे अलग कहलाता है। इस बार ओलम्पिक वैडिंग शुक्रवार को है। जिसे लेकर सारा शहर 'मंडप' बन गया है और शहरवासी 'बाराती'। शहर के प्रमुख चौक, मोहल्ले, गली-गुवाड़ पान की दुकान सावे के अद्भुत वातावरण का रातभर दीदार के लिए भी तैयार हो चुके हैं। अलबेले, अनूठे और अपनी तरह की मस्ती वाले शहर की बानगी एक बार फिर से देखने के लिए शहरवासी फिर से तैयार है। विवाह एक पर्व की तरह यहां आयोजित होता है। समय के बदलाव के बावजूद भी आज भी वे सब रस्मों-रिवाज छोटे रुप में ही सही लेकिन जगप्रसिद्ध है। शहरवासी न केवल जुटे हैं बल्कि पुष्करणा समाज के विष्णुरूपी दूल्हे, बारातियों की अगवानी, स्वागत-सेवा-सुश्रुषा के लिए जुटे हुए है। चहुंओर मस्ती ही मस्ती छायी हुई है। शहर में रौनक पूरे परवान पर नजर आ रही है। रस्मों और परम्पराओं के निर्वहन में समर्पित लगभग हर शहरवासी 'साक्षी' होकर बाराती बनेगा। शहर के परकोटे की फिजाओं में विवाह के मांगलिक गीतों की गूंज और अनुगूंज मन को सुकून दे रही है। साथ ही साथ पूरा का पूरा शहर किसी विवाह समारोह स्थल के रुप में तब्दील होता दिख रहा है। हर गली-चौक और नुक्कड़ पर रौली और कुमकुम से पुते चेहरे मानों आभास करा रहे हैं कि सम्बन्धी एक रंग में रंग गए हैं। 

विष्णु रुप में आने वाले दूल्हों को 'शीरे पावणा बींद राजा' का खिताब व श्रीनाथजी यात्रा देगा रमक झमक  

इस बार भी पौरणिक गणवेश वाले दूल्हों का 'रमक झमक' सम्मान करेगा व प्रथम 2 दूल्हों को 'शिरै पावणा बींद राजा' खिताब से नवाजा जाएगा। रमक झमक के वरिष्ठ संरक्षक रतना महाराज ने बताया कि किसी गमी के कारण रमक झमक का स्टेज कार्यक्रम मुख्य चौक में नहीं किया जाकर, सिर्फ रमक झमक सावा कार्यालय के आगे से ठीक 4 बजे विष्णु गणवेश में निकलने वाले प्रथम दो दूल्हों को 'सिरै पावणा बींद राजा' खिताब से नवाजा जाएगा तथा दूल्हे को सपत्नीक श्रीनाथजी यात्रा का टिकट दिया जायेगा। इसके लिए उन्हें 15 दिन में यात्रा करनी होगी।  सावा समिति सदस्यों व पंडितों का सम्मान रमक झमक सस्थान की ओर से आज मंच पर वर्षो से पुष्करणा सावा तय करने वाली संस्था से जुड़े व वर्तमान में अध्यक्ष मखन लाल व्यास, संयोजक नारायण व्यास, श्रीबल्लभ व्यास, कानू लाल, मांगी लाल व्यास, बृजेश्वरलाल व्यास व सावा मुहूर्त शोधन में योगदान देने के लिये पण्डित अशोक ओझा, पं. राजेन्द्र किराडूं, पंचागकर्ता अशोक ओझा उर्फ राजा, धर्मसागर ओझा, राज ज्योतिषी परिवार के वर्तमान प्रतिनिधि भाया आचार्य को एडवोकेट ओम भादाणी, अविनाश आचार्य, आशीष भादाणी व भैरुछंगाणी को शाल, श्रीफल व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। पूर्व में रमक झमक की ओर प्रहलाद ओझा 'भैरु' ने स्वागत भाषण दिया और राधे ओझा ने आभार जताया। (PHOTO) 

परशुराम सेवा समिति देगी चांदी का मैडल 

रत्ताणी व्यास चौक में विष्णु रूप में आने वाले दूल्हों को परशुराम सेवा समिति द्वारा प्रथम दूल्हे को 100 ग्राम चांदी का मैडल, द्वितीय आने वाले दूल्हे को 70 ग्राम चांदी का मैडल, तृतीय आने वाले दूल्हे को 50 ग्राम चांदी का मैडल सप्रेम भेंट किया जायेगा। समिति के अध्यक्ष नवरतन व्यास ने बताया कि रत्ताणी व्यास पंचायत बगेची द्वारा ममेंटो व साफा पहना भी सम्मानित किया जाएगा।