हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का बीकानेर प्रवास






हरियाणा में नई फसलों की संभावना पर की चर्चा


बीकानेर (सीके न्यूज।छोटीकाशी)। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ईसबगोल, मूंगफली, जीरा फसलों की हरियाणा में पैदावार बढ़ाने को लेकर बीकानेर के व्यापारियों और किसानों के साथ चर्चा करने यहां आए है। चौटाला के मीडिया एडवाइजर डी.पी.सिंह ने बताया कि इससे पहले चौटाला का यहां की अनाज मंडी में आढ़तियों ने राजस्थानी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। दुष्यंत चौटाला ने राजस्थान के किसानों और मंडियों के बारे में चर्चा के साथ-साथ हरियाणा में नई फसलों की संभावना पर भी विचार-विमर्श किया। चौटाला ने कहा बीकानेर से उनके परिवार का कई पीढिय़ों का नाता है और चौधरी देवीलाल के समय से यहां उनका आना-जाना है। उन्होंने कहा कि वे इस क्षेत्र के गांव.कस्बों, सामाजिक पहलूओं और खेतीबाड़ी से वाकिफ  हैं। मंडी व्यापारियों के साथ करीब एक घंटे की बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा में मूंगफली, बाजरा समेत कुल तेरह फसलों को समर्थन मूल्य और भावांतर के तहत सहयोग राशि देकर खरीदा जा रहा है। उन्होंने आढ़तियों और किसानों से कहा कि उनकी किसी भी जरूरत को पूरा करने के लिए हरियाणा सरकार की तरफ  से जिस भी सहायता की आवश्यकता हो, वह उपलब्ध करवा दी जाएगी। चौटाला ने बताया कि हरियाणा में कुछ साल पहले तक 4 फसलें ही समर्थन मूल्य पर खरीदी जाती थी लेकिन अब 13 फसलें समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही हैं और फल-सब्जियों का भी भावांतर योजना के तहत फायदेमंद दाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे चाहेंगे कि राजस्थान से ईसबगोल, जीरा और मूंगफली के उन्नत बीज हरियाणा के किसानों को भी उपलब्ध करवाए जाएं ताकि वे भी इनकी खेती का फायदा उठा सकें। उन्होंने बताया कि वे कुछ साल पहले यहां से बेर का बीज लेकर गए थे जिनके पेड़ काफी अच्छे हुए और बढिय़ा फल आया। उन्होंने बीकानेर के किसान भवन को और अच्छा बनाने के लिए अपने निजी कोष से 11 लाख रूपये देने की घोषणा की। इससे पहले डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का बीकानेर अनाजमंडी में व्यापारी रमेश अग्रवाल, चंद्रमोहन अग्रवाल, निरंजन अग्रवाल, नवीन गोदारा, जयकिशन अग्रवाल ने स्वागत किया। इस अवसर पर मोतीलाल सेठिया, हजारीराम तर्ड, हनुमान सिंह कविया, मांगेराम, भंवर गोलिछिया, नवरतन डागा, राहुल सेठिया, जयदलाय डूडी, रामचंद्र ओझा, मांगीलाल स्वामी, अशोक तंवर, सुभाष गोयल, धर्म घोसला, अनूप धनखड़, प्रभु जाखड़ समेत कई व्यापारी, समाजसेवी और प्रबुद्ध नागरिक मौजूद रहे।