स्व. दुर्गादेवी चूरा की पावन स्मृति में श्रीमद् भागवत कथा












सिर्फ स्मरण मात्र से हरि हमारे पास : पं. मुरली मनोहर


CK NEWS/CHHOTIKASHI बीकानेर। गोकुल सर्किल स्थित सूरदासाणी बगेची में स्व. दुर्गादेवी चूरा की पावन स्मृति में शहर के जाने-माने चूरा परिवार द्वारा श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन का भव्य शुभारंभ शनिवार को सुबह सवा नौ बजे गणेश दास चूरा के आवास से भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। कथाप्रेमियों के सानिध्य में निकली शोभायात्रा के बाद प्रख्यात कथावाचक मुरली मनोहर व्यास के श्रीमुख से कथा का मधुर शुभारम्भ हुआ। आयोजन से जुड़े आशीष चूरा ने बताया कि कथा प्रसंग में महाराज ने बताया कि वेदों का सार भागवत है। सिर्फ स्मरण मात्र से हरि हमारे पास आ जाते हैं। भागवत 18 हजार श्लोकों का सार है। प्रथम दिवस भगवत जी एवं शुकदेवजी का पुनीत प्रसंग सुनाया गया। भक्तों से भरे पंडाल में भक्तिमय परिवेश बन गया। कथा के बीच मधुर भजनों की सुर सरिता बही। कथा के अनुरुप अनेक जीवंत झांकियां प्रस्तुत की गयी। कथा के उपरांत भव्य आरती की गयी जिसमें नारायणदास, गणेशदास, विश्वनाथ, गोपीकिशन, गोकुल चूरा आदि परिजन शामिल हुए। रात्रि को भजन संध्या का आयोजन भी रखा गया।