बीकानेर (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान में बीकानेर स्थित स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.पी.सिंह ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना काल सभी उद्योग धंधों पर विपरित प्रभाव पड़ा लेकिन कृषि ने देश की अर्थव्यवस्था को संभाले रखा। युवा कृषि क्षेत्र में रूचि भी ले रहे हैं यह बेहतर भविष्य के सुखद संकेत है। कृषि एक विशाल विषय है। इसमें फसलों, पशुपालन, मृदा विज्ञान, बागवानी, डेयरी विज्ञान, विस्तार शिक्षा, रसायन विज्ञान शामिल है। कृषि शिक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि दिवस का मुख्य उद्देश्य छात्रों को कृषि के विभिन्न पहलुओं के प्रति जागृत करना है। किसानों व कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए कृषि शिक्षा का बड़ा महत्व है। कृषि का क्षेत्र महत्वपूर्ण व विविधताओं से परिपूर्ण है। यह अर्थव्यवस्था की दृष्टि से भी खास है, क्योंकि देश की बड़ी आबादी कृषि क्षेत्र में रोजगार पाती है। उत्पादन की दृष्टि से भी यह सबसे बड़ा क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि राजकीय कृषि महाविद्यालय मण्डावा (झुंझुनू), चांदगोठी (चुरू) एवं हनुमानगढ़ आज की तारीख पूर्ण रूप से कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा श्रीगंगानगर में बिजनेस मैनेजमेंट कॉलेज भी इसी साल प्रारंभ किया गया है। यह कृषि विश्वविद्यालय, राज्य का सबसे पुराना कृषि विश्वविद्यालय है। यहां के विद्यार्थी देश और दुनिया में विश्वविद्यालय का परचम फहरा रहे हैं। आने वाले समय में भी अधिक से अधिक युवाओं को इस संस्थान में अध्ययन करने के अवसर मिले, इसके मद्देनजर राज्य सरकार कृत संकल्प है और विश्वविद्यालय के संस्थागत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार के प्रयास है कि कृषि शिक्षा द्वारा एवं व्यापार एवं स्वरोजगार के माध्यम से गरीबी उन्मूलन की दिशा में आगे बढ़ा जाये। आज कई बड़े-बड़े सार्वजनिक, निजी और सहकारी संगठन, पेशेवर, सक्षम और प्रशिक्षित 'कृषि.विशेषज्ञ और प्रबंधक' तलाश रहे हैं। निजी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र और सहकारी क्षेत्र में उद्यमिता विकास के साथ साथ नौकरी के पर्याप्त अवसर हैं। अधिष्ठाता डा. आई.पी.सिंह, डॉ वी एस आचार्य सहित अनेक उपस्थित थे। उपस्थित समस्त शिक्षकों व छात्रों ने कोविड गाईडलाइन्स यथा मास्क व उचित दूरी का पालन किया।
सभी उद्योग धंधों पर विपरीत प्रभाव पड़ा कोरोना काल में, कृषि ने संभाला देश की अर्थव्यवस्था को : प्रो. आर.पी.सिंह