छात्र करे प्रेरणादायक व्यक्तित्व के जीवन का अध्ययन : डॉ. संजय चोरडिया








-सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. अरुणा ओसवाल के कर कमलों से हुआ भगवान महावीर सभागृह का उद्घाटन


-डॉ. ओसवाल को पहला 'सूर्यदत्ता भगवान महावीर ग्लोबल अवॉर्ड-2021' भी प्रदान किया गया


पुणे। आज की भागदौड़ भरी, तनावपूर्ण जिंदगी में मन की शांति के लिए मेडिटेशन ज्यादा जरूरी है। भगवान महावीर के नाम से बने इस हॉल में विद्यार्थी, अभिभावक और कर्मचारी ध्यान करें। अपने निजी जीवन में स्वास्थ्य, मन की शांति, एकाग्रता प्राप्त करें। सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट द्वारा अपने छात्रों और कर्मचारियों के लिए की गई पहल सराहनीय है। यह विचार ओसवाल ग्रुप और अरुणा ओसवाल ट्रस्ट की अध्यक्ष प्रख्यात समाजसेविका डॉ. अरुणा ओसवाल ने व्यक्त किये। उन्होंने यहां सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट के बावधन कैम्पस में भगवान महावीर सभागार का उद्घाटन कर अपना संबोधन दिया। इस दौरान ओसवाल को 'सूर्यदत्ता' द्वारा दिया जाने वाला पहला 'सूर्यदत्ता भगवान महावीर ग्लोबल अवार्ड-2021' प्रदान किया गया। सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय चोरडिया, उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया, सलाहकार समिति के सदस्य सनी अवसरमल, लॉयन्स क्लब के पूर्व अंतरराष्ट्रीय संचालक नरेंद्र भंडारी, प्रांतपाल हेमंत नाईक, माजी प्रांतपाल डॉ. चंद्रहास शेट्टी, कॅबिनेट ऑफिसर शिवाजी चमकेरे सहित लॉयन्स क्लब एवं सूर्यदत्ता संस्था के पदाधिकारी, छात्र, शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रशांत पितालिया ने किया। इस दौरान डॉ. संजय चोरडिया ने कहा, सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट नियमित रूप से कल्पक और प्रेरणादायी उपक्रम का आयोजन करता है। हॉल के नामकरण पर विशेष रूप से जोर दिया गया है, जिससे छात्र-छात्राओं को प्रेरणा मिलेगी।इसका उद्देश्य छात्रों को प्रेरक व्यक्तित्व का अध्ययन कराना है। उनसे प्रेरणा लेकर जीवन में अच्छा काम करने के लिए छात्रों का प्रयास करना जरूरी है। अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह के सिद्धांत जैन दर्शन में बहुत महत्वपूर्ण हैं। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर ने जैन दर्शन को पुनर्जीवित किया। उन्होंने पूरे विश्व को 'जियो और जीने दो' का मंत्र भी दिया। उन्होंने बताया कि 'सूर्यदत्ता भगवान महावीर ग्लोबल अवॉर्ड-2021' की शुरुआत समाज के लोगों को उनके कार्यों के विश्व रिकॉर्ड को नोट करके प्रेरित करने के उद्देश्य से की गई है। इस मौके पर

डॉ. अरुणा ओसवाल ने कहा, जिस उद्देश्य के लिए भगवान महावीर के नाम से यह हॉल शुरू किया गया था, वह सफल होना चाहिए। सूर्यदत्ता परिवार के सभी सदस्यों को एक विशेष अनुभव होना चाहिए। अगर आप इस भीड़ से दूर हो सकते हैं और अपने लिए कुछ समय अकेले बिता सकते हैं, तो आप आत्म-जागरूकता प्राप्त कर सकते हैं। बक़ौल डॉ अरुणा सूर्यदत्ता द्वारा की गई यह पहल बहुत ही मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि वे इस पुरस्कार को बहुत विनम्रता से स्वीकार कर रही हैं।उन्होंने यह भी कहा कि हम दूसरों की खुशी में अपनी खुशी खोजने की कोशिश करते हैं। मेरे दिवंगत पति अभय ओसवाल से प्रेरित होकर डॉ चोरड़िया परिवार सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दे रहे हैं। डॉ. संजय चोरडिया के प्रयास से सुर्यदत्ता एज्युकेशनल फाउंडेशन ने केजी से पीजी तक की उपलब्ध शिक्षा सराहनीय है।



डॉ अरुणा का सेवा सरोकार क्षेत्र मेंउल्लेखनीय योगदान..



डॉ संजय ने बताया कि डॉ अरुणा अभय ओसवाल का सामाजिक योगदान उल्लेखनीय है। इन्होंने सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक कार्य में अपना विशिष्ट योगदान दिया है। उनके कार्य का सम्मान करने के उद्देश्य से उन्हें 

'सूर्यदत्ता भगवान महावीर ग्लोबल अवॉर्ड-2021'

प्रदान किया गया है। ओसवाल लॉयन्स क्लब इंटरनॅशनल की विश्वस्त, पूर्व अंतरराष्ट्रीय संचालक, वर्ल्ड काउंसिल ऑफ रिलिजन फॉर पीस की अंतरराष्ट्रीय विश्वस्त है। यही नहीं वर्ल्ड जैन फेडरेशन की उपाध्यक्ष होने के साथ-साथ अनेक सभा-संस्थाओं के लिए वह काम कर रही है। आर्मी के अधिकारी और उनकी वीर पत्नियों के लिए भी डॉ ओसवाल ने अनेक बड़े कार्य किये है। अब तक 750 घर, महिलाओं के लिए एक हजार सिलाई मशीनें, अहमदनगर में 180 बेड का अस्पताल, ओडिसा में बाढ़ग्रस्त लोगों के लिए मदद जैसे कई सामाजिक उपक्रमों में उनका योगदान है। तिरुपति बालाजी में पांच हजार निवास उन्होंने बनाये है।