6 सूत्री मांगों को लेकर अपना विरोध जताते हुए प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर से मिले उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ के पदाधिकारी...







CK NEWS/CHHOTIKASHI बीकानेर। उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ का प्रतिनिधिमण्डल गुरुवार को प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर से मिला और रेल प्रशासन बीकानेर वर्कशॉप द्वारा संघ के पदाधिकारी मुकेश शर्मा व विक्रांत जांगू एसएसई को रेल सेवा से डिस्मिस (पदच्युत) करने का विरोध जताया। संघ के जोनल पदाधिकारी हनुमान दास राव, अशोक शर्मा, सुुनील शादी, दीनदयाल पूनिया, विनय झा के साथ लालगढ़ कार्यशाला के पदाधिकारीगण भी इस अवसर पर मौजूद रहे। राव ने बताया कि वर्कशॉप रेल प्रशासन द्वारा मान्यता प्राप्त संगठनों के ईशारे पर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों/कार्यकर्ताओं का लगातार उत्पीडऩ किया जा रहा है। उत्पीडऩ के विरुद्ध वर्कशॉप प्रशासन से अपनी व्यथा बताने के लिए कर्मचारियों के साथ मुख्य कारखाना प्रबंधक से मिलने जाने पर कुपित होकर मुख्य कारखाना प्रबंधक ने झूठे आरोप लगाकर मुकेश कुमार शर्मा तथा विक्रांत जांगू को एसएफ-5 जारी कर नियमविरुद्ध इकतरफा तथाकथित जांच करवाकर बिना पक्ष सुने ही डिस्मिस (पदच्युत) की सजा दे दी। उन्होंने कहा कि डिस्मिस की सजा किसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए ही दी जाती है। इसके अलावा 5 अन्य सूत्री मांग एसएसईएस/जेईएस का अकारण नियमविरुद्ध स्थानांतरण का विरोध, कार्य के दौरान ही कार्य में कमी बताकर दंडित करना, बीकानेर कार्यशाला के बेसिक ट्रेनिंग सेंटर में अनुदेशक की अनियमित भर्ती, बीकानेर कार्यशाला में सेफ्टी ऑफिसर की नियुक्ति में अनियमितता, मिलराईट शॉप से कैरिज-वैगन शॉप मेें नियमविरुद्ध स्थानांतरण का विरोध भी जताया गया। संघ के मंडल मंत्री अमर सिंह सिहाग ने बताया कि उपरोक्त मदों पर गंभीरतापूर्वक अवलोकन करते हुए सकारात्मक कार्यवाही करने की मांग प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर से की गयी साथ ही उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ रेलवे की उन्नति और कर्मचारियों के कल्याण के लिए हमेशा सहयोग करता रहेगा। प्रतिनिधिमण्डल में रमेश कुमार, नागेश चौधरी, आनंद कुमार, विकास, सुनील यादव, रामकुमार सैनी, आदराम, बलदेवराम, मुकेश पलसानिया, रोहित कुमार, राजकुमार सैनी, जितेंद्र दीक्षित, सुनील कुमार, गोपाल, मुलसन भी शामिल थे।