5 हजार करोड़ के लेनदेन व 20 हजार चैक प्रभावित !, बैंककर्मियों ने पैदल मार्च कर बनायी मानव श्रृंखला





बीकानेर, 17 दिसम्बर (सीके न्यूज)। बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों के नौ संगठनों के संयुक्त मोर्चे ''यूनाईटेड फोरम ऑफ  बैंक यूनियन्स'' [यूएफबीयू] के आह्वान पर शुक्रवार को बैंक हड़ताल के दूसरे दिन भी बीकानेर में सभी राष्ट्रीयकृत बैंको के बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। यूएफबीयू के संयोजक वाई.के. शर्मा ने कहा कि बीकानेर जिले की करीब 500 शाखाओं के एटीएम-एनईएफ टी आरटीजीएस., सरकारी चालान, बैंको के आंतरिक चैकों के अन्तरण सहित करीब 20000 चैक तथा प्रतिदिन करीब 5000 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ। एस.बी.आई, पीएनबी. बैंक ऑफ  बडौदा, कैनरा बैंक, यूको बैंक, इण्डियन बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ  महाराष्ट्र, सेन्ट्रल बैंक ऑफ  इण्डिया, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, मरूधरा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, सेन्ट्रल कॉ-ऑपरेटिव बैंक एवं इण्डियन ओवरसीज बैंक बैंको के बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। आज बैंकों के अधिकारी तथा कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक पब्लिक पार्क शाखा के समक्ष एकत्रित हुए। एनसीबीई से मुकेश शर्मा ने राष्ट्रीयकरण से पहले की कॉर्पोरेट बैकिंग व्यवस्था और राष्ट्रीयकरण के बाद की सामाजिक कल्याणकारी बैंकिंग व्यवस्था का तुलनात्मक विवेचन किया और देश के विकास के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों का होना आवश्यक बताया तथा यूएफबीयू के संयोजक वाई.के. शर्मा योगी ने निजीकरण को जनता की जमा पूंजी की खुली लूट बताते हुए सरकार के ना मानने पर अनिश्चतकालीन हड़ताल तक के संघर्ष का आह्वान किया। बैंकों के अधिकारी तथा कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक पब्लिक पार्क शाखा से पैदल मार्च करते हुए कोर्ट परिसर में नारेबाजी करते हुए जिलाधीश कार्यालय पहुंचे। जहां बैंककर्मियों ने जोशो-खरोश से राष्ट्रीयकृत बैंको के निजीकरण किये जाने के विरूद्ध नारेबाजी की तथा विशाल संख्या में मानव श्रृंखला बनाई। महिलाओं ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाई। मानव श्रृंखला तथा पैदल मार्च का नेतृत्व वाई.के. शर्मा, मुकेश शर्मा, सीताराम कच्छावा, रामदेव राठौड़, मनोज सैनी, चन्द्रकान्त व्यास, जयशंकर खत्री आनन्द ज्याणी, रामप्रताप गोदारा तथा निर्मला गोदारा आदि ने किया। इस अवसर पर एसबीआई के मृत्युंजय प्रकाश, रूपेश शर्मा, आनन्द शुक्ला, पवन सिंघल, शीतल सहलोत, गोपालकृष्ण आत्रेय, बैंक ऑफ  बडौदा के अक्षय व्यास, अशोक गहलोत, के.के डागा, नम्रता बाना, सुनिता बिश्नोई, जयश्ंाकर सोनगरा, मोहनलाल देवडा, मोतीचन्द सोनी, डोनल सोनी, रीमा गोस्वामी, यूको बैंक के सुभाष दैया, अनुराग सैनी, यूनियन बैंक के हेमसिंह तंवर, संदीप गढ़वाल, जिवेन्द्र, अशोक सोलंकी, आदि बैंककर्मियों के नेता एवं सेन्ट्रल टेऊड युनियन के प्रतिनिधियों ने जोशोखरोश से भागीदारी निभाई। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री द्वारा संसद के शीतकालीन सत्र में राष्ट्रीयकृत बैंको के निजीकरण के लिए बैंकिंग संशोधन अधिनियम लाने की घोषणा के विरोध में पूरे भारत के दस लाख बैंक अधिकारी और कर्मचारी लामबद्ध होकर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हडताल पर है।