90 लाख रुपए के आभूषण चोरी की वारदात का पर्दाफाश, एमपी की पारदी गैंग के नाबालिग सहित 2 महिलाएं गिरफ्तार









CK NEWS/CHHOTIKASHI राजस्थान में बीकानेर संभाग मुख्यालय के इतिहास की सबसे बड़ी 90 लाख रुपए के आभूषण नकबजनी की वारदात का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश करते हुए मध्यप्रदेश के गुना जिले की पारदी गैंग के नाबालिग के साथ 2 महिलाओं को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। एसपी प्रीति चंद्रा ने पुष्टि करते हुए बताया कि नयाशहर पुलिस थाना क्षेत्र के पूगल रोड़ स्थित दीपक ओझा पुत्र भंवरलाल ओझा के निवास पर 2-3 अक्टूबर की मध्यरात्रि नकबजनी की वारदात के बाद आईजी पुलिस प्रफुल्ल कुमार के निर्देशन में आईपीएस शैलेंद्र इंदोलिया के नेतृत्व में सीओ सिटी सुभाष शर्मा द्वारा प्रकरण को ट्रेस आउट करने के लिए सीसीटीवी, तकनीकी तथा फील्ड आसूचना एवं वैज्ञानिकी तकनीकी पर काम किया गया। कई तरह के डाटा संकलित कर बीकानेर व आस-पास जिलों के आदतन अपराधियों की आसूचना जुटाकर उनसे पूछताछ की गयी एवं जिस आधार पर मुल्जिमों को चिन्हित किया गया व एक टीम गुना भेजी गयी जिन्होंने विधि से संघर्षरत किशोर, 2 महिला मुल्जिम 19 वर्षीया आंचल पत्नि प्रदीप, 20 वर्षीया रोहिणी पत्नि करन निवासी बीलाखेड़ी पुलिस थाना धरनावाद जिला गुना (मध्यप्रदेश) को पूछताछ की गयी जिन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। 


9 विशेष पुलिस टीमों ने 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरों जुटाए साक्ष्य

एसपी प्रीति चंद्रा के अनुसार वारदात का खुलासा करने के लिए 9 विशेष टीमों का गठन किया गया। जिसको अलग-अलग कार्य करने व डाटा संकलित करने के लिए निर्देश दिए गए। उक्त टीम द्वारा पूरी मेहनत व लगन व निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्य की पालना करते हुए शहर में लगे लगभग 250 सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया। घटनास्थल के आस-पास अंतिम बिंदु तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। रेलवे स्टेशन के अंदर प्रवेश व निकासी पॉइंट, संदिग्ध बिहारी मजदूरों एवं डेरों की चैकिंग, कारागृह से हाल ही छूटे अपराधियों व बस स्टैंड की सीसीटीवी फुटेज, बीटीएस टॉवर डिटेल एवं साईबर इनपुट विश्लेषण, जिले में चालानशुदा नकबजनी के आरोपियों व स्थानीय गैंग से पूछताछ, लालगढ़ रेलवे स्टेशन व रामपुरा क्षेत्र में संदिग्धों के सीसीटीवी फुटेज चेक, पारदी गैंग का राजस्थान में वारदातों का डाटा बेस तैयार किया गया। साथ ही बीकानेर से चारों तरफ जाने वाले रास्तों, गलियों के सीसीटीवी चेक करने के साथ-साथ बाहर जाने वाले रास्तों व टोल नाकों के फुटेज भी चेक किए गए। नकबजनी की वारदात करने से पांच दिन पहले के सभी धर्मशालाओं व होटलों के रिकॉर्ड भी खंगाले गए।

तरीका ए वारदात

मुल्जिमानों द्वारा शहर में वारदात से कुछ दिन पूर्व मेलों में गुब्बारे व खिलौने बेचने के बहाने आ गए थे और गजनेर, नाल व बीकानेर रेलवे स्टेशन के अंदर अपना डेरा लगाया था। मुल्जिमों के साथ महिला व बच्चे भी साथ में बीकानेर आ गए। मुल्जिमों ने शहर में गुब्बारे व खिलौने बेचने के बहाने लालगढ़, रामपुरा, पूगल रोड़ व मुक्ताप्रसाद के कई इलाकों में रैकी की व वारदात को अंजाम देना सुनिश्चित कर लिया। 2 अक्टूबर को मुल्जिमान लगभग करीब 5 बजे के पास रेलवे स्टेशन के पास रुके और प्लेटफॉर्म नंबर 6 की ओर रुककर वारदात करने के लिए प्रचलित पारदी गैंग द्वारा 6 सदस्यों की टीम बनाकर वारदात करने के लिए चिन्हित किए गए और घर की ओर चले गए। गैंग के 6 सदस्य रात्रि 10:30 बजे आसपास चिन्हित किए घर के आसपास पहुंचे और वारदात का समय रात्रि 2 बजे रखकर इसे अंजाम दिया और अलग-अलग रास्तों व साधनों से मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में पहुुंच गए। 


विश्वसनीय सूचना एकत्रित करके एसपी को अवगत कराया

तरीका वारदात को देखते हुए एसपी प्रीति चंद्रा ने मुल्जिमों को पकडऩे व चिन्हित करने के लिए पुलिस टीम को गुना भेजा। टीम ने विश्वसनीय सूचना एकत्रित करके एसपी को अवगत कराया। टीम मेें पुलिस निरीक्षक विरेंद्र पाल सिंह, उपनिरीक्षक कुसुमलता, सउनि सुभाष यादव, कांस्टेबल डीएसटी देवेंद्र, नेतराम शामिल थे। 


इंदौलिया के सुपरविजन में बनायी टीम

एसपी प्रीति चंद्रा ने एएसपी आईपीएस शैलेंद्र इंदौलिया के निकट सुपरविजन में सीओ सिटी सुभाष शर्मा, थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर गोविंद सिंह चारण, विरेंद्रपाल सिंह, बीछवाल पुलिस थानाधिकारी मनोज शर्मा, उनि पवन कुमार, थानाधिकारी कोटगेट मनोज माचरा, नाल पुलिस थानाधिकारी विक्रम सिंह, पुलिस निरीक्षक महावीर प्रसाद, गंगाशहर थानाधिकारी राणीदान चारण, साईबर सैल के हेड कांस्टेबल दीपक की सराहनीय भूमिका रही।