मंत्री डा. बी.डी.कल्ला बीकानेर में की प्रेस-कांफ्रेंस ; ब्यूरोक्रेट को नहीं है नीतिगत निर्णय लेने का अधिकार




सीके न्यूज/छोटीकाशी। बीकानेर। राजस्थान में बीकानेर की वर्षों पुरानी रेलवे फाटकों की समस्या का समाधान एकमात्र रेलवे बाईपास ही है। यह कहना है राज्य के ऊर्जा मंत्री डा. बी.डी.कल्ला का। शनिवार को सर्किट हाऊस में प्रेस-कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि बीते दिनों क्षेत्रीय सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम के साथ रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से बातचीत हुई तो उन्होंने रेलमंत्री से भी रेल बाईपास को ही फाटकों की समस्या का विकल्प बताया। बीकानेर में रेलवे क्रॉसिंग की समस्या के समाधान एवं राजस्थान में रेल सेवाओं के विस्तार के संबंध में भी विभिन्न मुद्दों और समस्याओं से केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया गया। उन्होंने बताया कि बीकानेर शहर में रेलवे क्रॉसिंग की बहुत दिनों से लंबित समस्या के समाधान और बीकानेर जिले सहित राजस्थान में रेल सेवाओं को और अधिक सुगम बनाने के मांगों पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन मिला है। बीते दिनों उत्तर-पश्चिम रेलवे के तत्कालीन जीएम द्वारा रेल बाईपास को सिरे से खारिज करने के बयान सम्बन्धी सवाल के जवाब में कल्ला बोले कि यह निर्णय मंत्री लेता है, इसलिए कोई भी ब्यूरोक्रेट हो चाहे डीआरएम, जीएम हो उनको नीतिगत निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है। अधिकारियों को रेलमंत्री से बिना पूछे, बिना दिशा-निर्देश के कोई अनर्गल बयान नहीं देना चाहिए। निजी बिजली कम्पनी बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड [बीकेईएसएल] के सीओओ पर बीते दिनों कांग्रेस के पार्षदों द्वारा चेहरे पर लगायी गयी काली स्याही सम्बन्धी सवाल के उत्तर मेें कल्ला बोले कि ऐसी घटनाएं बीकानेर की संस्कृति के अनुकूल नहीं है।