पीएम मोदी ने किया किसानों-कृषि वैज्ञानिकों से संवाद, सूखे की मार झेलने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमतायुक्त 35 फसल प्रजातियों का विमोचन





सीके न्यूज। छोटीकाशी। राजस्थान में बीकानेर स्थित स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित 'जलवायु सहिष्णु कृषि तकनीकों एवं पद्धतियों का व्यापक अभियान' कार्यक्रम को 140 किसान की उपस्थिति में अधिष्ठाताओं, निदेशकों, अधिकारियों व कर्मचारीयों ने लाइव प्रसारण देखा। इस वर्चुअल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के साथ संवाद किया एवं विशेष गुणों वाली 35 फसल प्रजातियों का विमोचन किया। साथ ही आईसीएआर राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान रायपुर का उद्घाटन तथा स्वच्छ हरित परिसर पुरस्कार वितरण किया गया। निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ सुभाष चन्द्र ने बताया की कृषि विज्ञान केंद्र बीकानेर प्रथम द्वारा इस वर्चुअल कार्यक्रम व्यवस्था विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास निदेशालय के हॉल में की गई जिसके उपरांत प्रेजेंटेशन द्वारा किसानों को विषयवस्तु की जानकारी भी दी गई। समस्त कृषि विज्ञान केंद्र पर एसी व्यवस्था  वर्चुअल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 35 फसलों की खास किस्मों को किसानों के चरणों समर्पित कर कहा कि इनमें फसलों की ऐसी किस्में शामिल है जो सूखे की मार झेलने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता युक्त है। वहीं बाजरा और मक्के जैसी फसलों की विशेष वैरायटी भी शामिल हैं। इनके जरिए जलवायु परिवर्तन और कुपोषण के असर को कम किया जा सकेगा। पीएम ने जरिए वीसी इस कार्यक्रम में शामिल होकर मेहनती किसानों से चर्चा की। जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की दोहरी चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा विशेष लक्षणों वाली फसल किस्मों को विकसित किया गया है। जलवायु लचीलापन और उच्च पोषक तत्व सामग्री जैसे विशेष लक्षणों वाली 35 ऐसी फसल किस्मों को वर्ष 2021 में विकसित किया गया ।