विश्व में बाजरे, जौ, ज्वार के पोषक और पारिस्थितिकी लाभ को प्रोत्साहित करेगा अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष-2023 कार्यक्रम






सीके न्यूज। छोटीकाशी। बीकानेर। राजस्थान में बीकानेर स्थित स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा 'अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज हितधारकों का सम्मेलन' के उद्घाटन कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास निदेशालय के हॉल में पूर्व निर्धारित 100 किसान व 71 कन्याओं की उपस्थिति में समस्त अधिष्ठाताओं, निदेशकों, अधिकारियों व कर्मचारियों ने लाइव प्रसारण देखा। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 'अंतरराष्ट्रीय पोषक वर्ष 2023' कार्यक्रम का शुभारंभ की। इस वर्चुअल कार्यक्रम के उपरांत विश्वविद्यालय के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल, विशेष अतिथि मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित, डा. सतीश के गर्ग कुलपति पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष कुलपति प्रो.आर.पी. सिंह ने दीप प्रज्वलन कर की। कुलपति प्रो.आर.पी सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण ने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर पोषक अनाज के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें की सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय स्थित बेकरी यूनिट जहां बाजरा से बने विभिन्न उत्पाद शहर वासियों के लिए उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह आयोजन एक बड़ा कदम है जो की विश्व में बाजरे, जौ, ज्वार के पोषक और पारिस्थितिकी लाभ को प्रोत्साहित करेगा। 'पोषक अनाज' कृषि वैज्ञानिकों और स्टार्टअप के लिए शोध अनुसंधान और नवोन्मेष के नए अवसर प्रदान करेगा। डॉ पीएस शेखावत निदेशक अनुसंधान के स्वागत भाषण एवं डॉ एन.के. शर्मा अतिरिक्त निदेशक (बीज) ने राजस्थान में पोषक अनाज की स्थिति प्रजेंटेशन दिया और बताया कि भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन के क्रम में मोटे अनाज को पोषक अनाज के रूप में जाना जाता है। 'पोषक अनाज और मानव स्वास्थ्य पर उनकी भूमिका' विषय पर डॉ विमला डुंकवाल, अधिष्ठाता सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय बीकानेर और 'सतत कृषि और ग्रामीण आजीविका में वृक्षारोपण की भूमिका' विषय पर डॉ पी.के. यादव निदेशक एवं डॉ दाताराम निदेशक भू.सादृश्यता एवं राजस्व ने व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के अंत में डॉ एस एल गोदारा निदेशक मानव संसाधन विकास निदेशालय ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ आई.पी. सिंह अधिष्ठाता कृषि विज्ञान महाविद्यालय, डॉ दीपाली धवन निदेशक, डॉ मधु शर्मा निदेशक आईएबीएम, विशेषाधिकारी इंजी विपिन लड्ढा सहित विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ मंजू राठौड द्वारा किया। डॉ दाताराम निदेशक भू.सादृश्यता एवं राजस्व ने बताया कि कार्यक्रम दौरान किसानों को दो-दो पैकेट बीज (सब्जियों के) बांटे गए और प्रतिभागियों को पोषक अनाज के व्यंजन परोसे गए। कार्यक्रम के अंत में किसानों व अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। आज के दिन 100 वृक्षों लगाए जाने की व्यवस्था की गई है।