.....तो बीकानेर एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स हब बन जाएगा ; संवाद कार्यक्रम में वक्ताओं के विचार....




सीके न्यूज/छोटीकाशी। राजस्थान के बीकानेर में पांच विश्वविद्यालय हैं, पांच नेशनल रिसर्च सेंटर्स हैं वहीं 12 सरकारी कॉलेज और 40 निजी कॉलेज है। और तो और दर्जनों कोचिंग और ट्रेनिंग सेंटर्स हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय और डूंगर कॉलेज के स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल जैसे संसाधन यहां उपलब्ध हैं। बस! मानव संसाधनों की कमी पूर्ति करने और राजनीतिक इच्छा शक्ति की है। अगर ऐसा हो जाए तो बीकानेर एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स हब बन जाएगा। इसके साथ ही बीकानेर में केंद्र सरकार की ओर से कौशल विकास केंद्र डूंगर कालेज और एमजीएसयू में खुलना है। सेंटर फोर एक्सीलेंस भी प्रस्तावित है...। यह बात बुधवार को 'बीकानेर बने एजुकेशन एंड स्पोट्र्स हब' पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने कही। राजस्थान गौ सेवा परिषद् द्वारा आयोजित इस संवाद कार्यक्रम में विभिन्न विवि, कालेज, स्कूल और शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधि लोगों ने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि 45 करोड़ की लागत से विवि में स्पोट्र्स काम्प्लेक्स बन रहा है। कोच के पदों की स्वीकृति और भर्ती नहीं हुई है। सभी कॉलेजों में कोच के पद रिक्त है। स्पोट्र्स स्कूल में भी कोचों के पद खाली हैं। ऐसी प्रकार विभिन्न स्तर के स्कूल और कॉलेजों के शिक्षको के पद खाली है। वक्ताओं ने कहा कि बीएड कॉलेजों के लिए अलग विविए स्पोट्र्स कॉलेज, पाठ्यक्रमों में बदलाव, खेलों को महत्व देने, खेल परिषदें और खेल संघों की महत्ती भूमिका से बीकानेर में खेल प्रतिभाओं को उभारा जा सकता है। इस मौके पर संवित् सोमगिरि जी के प्रयासों निशानेबाज़ी और तीरंदाजी में योगदान का जिक्र करते हुए उनकी स्मृति में संवित् सोमगिरि मानद विवि बनाने का भी प्रस्ताव रखा। वक्ताओं ने बढ़ा वेतन पा रहे शिक्षकों को भी अपनी स्किल का समुचित उपयोग करने का आव्हान किया। वक्ताओं ने कहा कि बजट घोषणा की शिक्षा मद में पूर्ति नहीं होती। बीकानेर में शिक्षा के विकास के लिए एक परामर्श समिति हो। संवाद कार्यक्रम में डॉ जी पी सिंह, डॉ वी के एरी, डॉ राजेश भोजक, डॉ विपिन सेनी, डा राजेन्द्र मंगल, डॉ शालिनी मूलचंदानी, डॉ एस बी पुरोहित, डॉ मोहम्मद फारुक, डा अविनाश जोधा, डॉ शिशिर शर्मा, डॉ वी एस आचार्य, डॉ यशवंत गहलोत, दिलीप जोशी, भरत पुरोहित, डॉ दिव्या जोशी, डॉ नरेंद्र भोजक, डॉ विमला डुकवाल, डॉ एस एल प्रजापत, गजेंद्र सांखला ने संवाद कार्यक्रम में शिरकत की।