माँ को खोना संसार की सबसे बड़ी क्षति : सुशील ओझा / हेल्पइंडिया ऑनलाइन संस्थान के दो राष्ट्रीय पदाधिकारियों को मातृ शोक






वर्चुअल श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन, हजारों पेड़ लगाने का लिया संकल्प



जयपुर। हेल्पइंडिया ऑनलाइन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जगदीश पारीक और हेल्प इंडिया ऑनलाइन संस्थान की शिक्षा विंग के राष्ट्रीय चेयरमैन डॉ. सुदर्शन राव की माताजी के देहांत पर आयोजित वर्चुअल श्रद्धांजलि सभा में विप्र फाउंडेशन के संस्थापक-संयोजक सुशील ओझा ने कहा कि मां को खोना संसार की सबसे बड़ी क्षति है, भले हम गीता के अनेक श्लोक पढ़ें और यह माने की आत्मा सिर्फ अपना स्वरूप बदलती है, उसे ना जलाया जा सकता है, ना पानी में डुबोया जा सकता है, यह तथ्य बिल्कुल सत्य है लेकिन किसी भी व्यक्ति के लिए अपनी मां को खो कर इस तथ्य पर आसानी से विश्वास कर पाना बहुत ही मुश्किल कार्य है। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय सचिव व सभा के संचालनकर्ता विष्णु पारीक ने कहा कि मां संसार में ईश्वर का प्रत्यक्ष अवतार है और हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि हम दिवंगत दोनों आत्माओं को श्रद्धांजलि स्वरूप 2-2 पेड़ लगाने का संकल्प करें। श्रद्धांजलि सभा में देशभर के अनेक महनीय जनों ने भाग लिया। सभा में ऑल इंडिया पारीक महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल पारीक, विप्र फाउंडेशन व हेल्प इंडिया ऑनलाइन के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ पवन पारीक ने भी भाग लिया। डॉ. पवन पारीक ने कहा कि पौधरोपण के इस संकल्प को विराट स्वरूप में पूर्ण किया जाएगा, पूरा हेल्प इंडिया परिवार इसे शीघ्र ही क्रियान्वित करेगा। 

श्रद्धांजलि सभा में रिलायंस इंडस्ट्रीज के वाइस चेयरमैन डॉक्टर पीयूष सक्सेना, प्रख्यात संचालिका डॉ. ज्योति जोशी, एडवोकेट गोवर्धन सिंह, रोबोटिक्स के श्रुतिधर आर्य, हेल्प इंडिया के कोषाध्यक्ष नरेंद्र कुमार हर्ष, बेंगलूरु के व्यवसायी व समाजसेवी डॉ संजीव बंसल, इंग्लैंड से डॉक्टर सतनाम देवचाकर, मुंबई से श्रीमती फातिमा शेख, पुणे से डॉ प्रियंका माने, हिमाचल से बलबीर शर्मा, दक्षिण से कोएडी वेणु, सूरत के व्यवसायी सागरमल राठी, कोलकाता से राजासिंह, जयपुर से श्रीमती रश्मि सिंह, गुडगांव से श्रीमती पारुल गौतम, पुणे-महाराष्ट्र से श्रीमती अनीता कोहक, प्रशांत काथेपुरी, गणेश पिंगले, राजस्थान से श्याम सिंह शेखावत व कन्हैयालाल खैरथल ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सभा के अंत में डॉ. सुदर्शन राव व डॉ. जगदीश पारीक ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. जगदीश पारीक ने माताजी की उम्र को 80 वर्ष के समकक्ष मानते हुए 28,200 पेड़ हेल्प इंडिया के माध्यम से लगाने का आह्वान किया।