गणगौर, ईसरजी को पहनाए मास्क, कन्या भ्रूण हत्या-बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का दिया संदेश !




बीकानेर, 15 अप्रेल (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान के बीकानेर में गुरुवार को महादेव शिव व माँ पार्वती के रूप में गणगौर (गवरजा) व ईश्वर जी (महादेव) की पूजा अर्चना की गई। बालिकाओं ने गणगौर माता के मधुर गीत गये व देश को कोरोना महामारी से मुक्त करने भी प्रार्थना गवर माता से की गई। जस्सुसर गेट के बाहर, मालियों का बास में इस बार कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुऐ महोत्सव को छोटे रूप में साधारण तरिके से घर पर मनाया गया एवं गणगौर की खोल भराई के कार्यक्रम को रीति-रिवाज के अनुसार किया गया। इस कार्यक्रम में बालिकाओं ने पोस्टर के माध्यम से सन्देश दिया है कि हमें कोरोना से कैसे बचाव व उपचार करने है। साथ ही सभी गणगौर-ईश्वरजी को भी मास्क पहनाया गया व सन्देश दिया कि मास्क लगाना चाहिए एवं सरकारी गाईड लाईन की पालना करनी चाहिए। बालिकाओं ने पोस्टर पर 'मंगल टीका', 'शुभ मंगल वैक्सीन' 'मास्क लगाओ जीवन बचाओं', 'मास्क पहनें, दो गज की दूरी बनाये' 'कोरोना से अगर बचना है तो मुंह पर मास्क पहनना है, भीड से दूर रहना है यह हम सबका कहना है। 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' 'बेटी करे पुकार मत छिनों मुझ से जीने का अधिकार', कन्या भु्रण को मारना, क्या हम सिख नही सकते अपने बेटियों का पालना' 'बेटी को मारोगे तो दुल्हन कहां से लाओगे' आदि श्लोगन लिखे पोस्टर के माध्यम से भी कोरोना से बचाव का सन्देश दिया व कन्या भु्रण हत्या के खिलाफ  जागरूकता के सन्देश दिया। विधि छात्रा काम्या गहलोत ने बताया कि कन्या भु्रण हत्या एक जघन्य अपराध है, समाज में जागरूता लाने के लिए समय समय इस प्रकार के आयोजन व पोस्टर प्रदर्शन कर इस कुरूती को खत्म करने के प्रयास करने होगे तभी इस समाज मे फेली कुप्रथा से निजात मिल सकेगी एवं आम लोगो में जागरूता आयेगी। गणगौर उत्सव में महिलाओं ने भी अपनी भागादीरी निभाई एवं बालिकाओं के इस प्रयास का सराहना की व राजस्थानी व पारम्परीक लोग गीत गाकर अखण्ड सुहाग व अच्छे स्वास्थ्य एवं देश में खुशहाली की कामनाा गवरजा से की गई। गणगौर उत्सव में काम्या, हिमानी, अंजली, लोकेश्वरी, ज्योति, दिव्यांशी, दिशा, ऐश्वरिया, ममता, सीमा, जशोदा, ममता, मनन, श्लोक, तनिष्क, तरूण, रिद्धी, सिद्धी, यशू व मौहल्ले की अन्य महिलाओं व बालक-बालिकाओं ने भाग दिया।