अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति से जुड़ी महिलाओं ने इस तरह से मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, पढ़ें पूरी डीटेल्स




बीकानेर, 8 मार्च (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर बीकानेर जिला कलेक्ट्रेट पर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ धरना लगाया गया। इस धरने बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। महिला वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध किया। समिति की राज्य महासचिव डॉ सीमा जैन ने बताया कि महिला वक्ताओं ने तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए आह्वान किया कि अगर सरकार यह तीनों काले कृषि कानून वापस नहीं लेती है तो हम महिलाएं मोदी सरकार के खिलाफ  सड़कों पर उतरेंगी। यह कृषि कानून आम जनता के खिलाफ  है यह हमारी आने वाली नस्लें बर्बाद कर देगा। वक्ताओं ने कहा कि श्रम कानूनों के साथ लगातार छेड़छाड़ की जा रही है यह हमले पूंजीवादी सरकारों को फायदा पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी के काल में मोदी सरकार बड़ी तेजी से देश बेचने का काम कर रही है, महिला हिंसा पर रोक लगाने में राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही विफल है। केंद्र सरकार का बजट भी पूर्ण रूप से महिला विरोधी है ओर तो ओर यह सरकार महिला सशक्तिकरण का झूठा दिखावा करती है। धरने को हेमंत कवर, कामिनी सक्सेना, भगवानी चौधरी, लक्ष्मी पाल, सुगरा बानो, रूपा देवी बिश्नोई, हाजरा बानो, बेबी, मोनिका प्रजापत, हसीना बानो, रेणुका, मुमताज शेख, दुर्गा और शारदा सियाग ने भी एक ही नारा बुलंद किया 'लोकतंत्र पर हमले बंद करो सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करो'। तत्पश्चात ढोल नगाड़ों के साथ हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत महिलाओं ने केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों, बढ़ती महंगाई के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्ट्रेट से कोटगेट तक जुलूस निकाला और अंत में कोटगेट पर सभा की गई जिसे डॉ. सीमा जैन ने सम्बोधित करते हुए आह्वान किया कि हमें हर हाल में सरकार की जन विरोधी और मनुवादी नीतियों के खिलाफ  हर मोहल्ले, हर घर-घर तक जन जागरण अभियान चलाते हुए महिला आंदोलन को मजबूत करने की आवश्यकता है।