संपूर्ण भारतीय समाज की भावनाओं से बनने वाले राष्ट्र मंदिर के लिए चार लाख से अधिक गांवों में होगा जनसम्पर्क : योगेंद्र कुमार






बीकानेर, 15 जनवरी (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ [आरएसएस] के प्रांत प्रचारक योगेंद्र कुमार ने कहा कि अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है वह केवल कंकर पत्थर से बनने वाला मंदिर ही नहीं अपितु संपूर्ण भारतीय समाज की भावनाओं से बनने वाला राष्ट्र मंदिर है जिसमें देश विदेश में रहने वाला संपूर्ण भारतीय समाज जुडऩे वाला है। कुमार ने यह विचार श्री राम जन्म भूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान समिति, बीकानेर की ओर से शुक्रवार को रानीबाजार स्थित उत्सव रेस्टोरेंट में श्री श्री 1008 क्षमारामजी महाराज पीठाधीश्वर सिंह स्थल पीठ की मौजूदगी में जनसभा में रखे। उन्होंने कहा कि अयोध्या का राम मंदिर भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में प्रतिस्थापित होगा। यह अभियान संपूर्ण विश्व का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान होने वाला है, इस अभियान में संपूर्ण भारत में चार लाख से अधिक गांवों में जनसंपर्क किया जाएगा तथा बीकानेर के घर-घर से राम भक्त परिवारों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा। योगेंद्र कुमार ने समाज के प्रबुद्ध लोगों से आगामी 15 फरवरी तक इस अभियान के लिए समय लगाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में क्षमा राम जी महाराज ने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रप्रेम भगवान की भक्ति का ही अंग है और यह राम मंदिर उसका साक्षात प्रतीक है और इस भारतीय समाज ने अपने सात्विक, बौद्धिक व योक्तिक संघर्ष से इस विजय को प्राप्त किया। भगवान श्रीराम का संपूर्ण जीवन धर्म का प्रतीक है, इस अभियान में संपूर्ण समाज को जागृत कर पुनीत कार्य में लगाना है। 'कण.कण देना क्षण क्षण देना यह जीवन का अर्थ है जो जैसे मन से देता है वह उतना अधिक समर्थ है'। कार्यक्रम में बीकानेर शहर के अनेक भामाशाहों द्वारा एक घंटे कार्यक्रम कुल एक करोड़ नब्बे लाख रुपए के सहयोग की घोषणा की गई। सभी भामाशाहों का मंचस्थ क्षमराम जी महाराज, योगेंद्र जी, सुबोधगिरी जी महाराज, रामेश्वरानंद जी महाराज, विमारशानंद जी महाराज, अशोक परिहार ने दोपटटा बना कर सम्मान किया। श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निधि समर्पण अभियान, बीकानेर के महानगर प्रमुख ऋषिराज भाटी ने बताया कि कार्यक्रम में शहर के गणमान्य मेयर सुशीला कंवर, पूर्व संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, अखिलेश प्रताप सिंह, उम्मेदसिंह राजपुरोहित, विजय आचार्य, शिवरतन अग्रवाल, रामपाल महाराज सहित अनेक मौजूद थे। इससे पहले जनसभा का शुभारम्भ क्षमारामजी महाराज ने दीप रोशन कर किया।