राष्ट्रसंत डॉ वसंत विजय जी म.सा. की निश्रा में अद्भुत जप-हवन, भक्ति के सैलाब में बरस रहा सौभाग्य का अमृत : दिनेश गुरुजी 


 



 



 



 


 


विश्व की सबसे ऊंची नाकोड़ा भैरव देव की प्रतिमा उज्जैन में स्थापित


जप-हवन साधना शिविर में लाभान्वित हो रहे श्रद्धालुजन


उज्जैन। कलयुग के चमत्कारिक देवता श्री नाकोड़ा भैरव देव की विश्व इतिहास की सबसे बड़ी प्रतिमा उज्जैन के शांतम आश्रम में स्थापित हुई है। राष्ट्रसंत, सर्वधर्म दिवाकर, विद्यासागर, मंत्र शिरोमणि, कृष्णगिरी शक्तिपीठाधिपति, परम पूज्य गुरुदेवश्री डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की पावन निश्रा में इस 21 फीट की विशालतम नाकोड़ा भैरव देव की प्रतिमा के समक्ष भैरव अष्टमी पर्व के मद्देनजर 8 दिवसीय जप, हवन एवं साधना शिविर के आयोजन में दुर्लभ मंत्रों का लाखों-करोड़ों की संख्या में जाप हो रहा है। साथ ही संगीतमय भक्ति के साथ आध्यात्मिक लाभ का क्रम भी सुचारू रूप से जारी है। कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु जन भैरव भक्ति में संतश्रीजी की निश्रा में सराबोर हो रहे हैं। कार्यक्रम में श्री महाकाल मंदिर के पुजारी दिनेश गुरुजी, रमण गुरुजी, सिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष संदीप मेहता "ब्रह्मास्त्र" ने भी भाग लेकर पूज्य गुरुदेव का आशीर्वाद लिया। सभी का श्री कृष्णगिरी पार्श्व पद्मावती भक्त मंडल उज्जैन द्वारा स्वागत-सत्कार भी किया गया। वहीं सेवाभावी गुरु भक्तों प्रकाश तलेरा, राकेश जैन, अजय कटारिया, उमंग कोठारी व कमलेश अग्रवाल का भी राष्ट्रसंत श्रीजी की मिश्रा में अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर दिनेश गुरुजी ने कहा कि एक विद्वान और दुर्लभ संत श्रीजी की निश्रा में उज्जैन-मध्य प्रदेश तथा भारत वासियों को सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि इस धरा के समस्त प्राणियों के कल्याण के लिए वैश्विक स्तर पर यह अनूठा और अनोखा आयोजन हो रहा है। दिनेश गुरुजी ने कहा कि शांतम आश्रम में राष्ट्रसंत, मंत्र शिरोमणि संतश्री वसंतविजय जी के मुखारविंद से अनेक भाषाओं में अतिदिव्य दुर्लभ मन्त्रो के उच्चारण जाप एवं हवन में विभिन्न रत्नों, द्रव्यों की आहुतियों से जहां जलवायु, वातावरण एवं पर्यावरण शुद्ध होगा, वहीं भक्तों के मन के सुकून के साथ लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, प्रसन्नता व खुशहाली का भी आगमन होगा। निश्चित ही ऐसे विद्वान संतों के सानिध्य में अमृत की वर्षा बाबा भैरवनाथ व बाबा महाकाल की अवन्तिकानगरी में हो रही है। श्री महाकाल मंदिर के वरिष्ठ पुजारी दिनेश गुरुजी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन काल में ऐसा आयोजन पहली बार देखा है, निश्चित ही यह आयोजन चमत्कारिक गुरुदेव श्रीजी की पावन निश्रा में दिव्य-शक्ति का अहसास करा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक-आध्यात्मिक शिविर में यहां शामिल हुए देशभर के सौभाग्यशाली श्रद्धालु भक्त लोगों की संपन्नता, बुद्धि कुशलता को बढ़ाने वाला आयोजन है। भक्त मंडल से जुड़े शैलेंद्र तलेरा ने बताया कि शिविर की विभिन्न व्यवस्थाओं में पीयूष चोरड़िया, किसलय चौधरी, पारस भंसाली, सतीश दोशी, रितेश नाहर, सोमिल जैन सहित अनेक गुरुभक्तों ने सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन अनिल लुणावत ने किया। इससे पूर्व संगीतकार देवेश कुमार व संतोष परमार की म्यूजिकल टीम ने एक से बढ़कर एक भजनों की भक्तिमयी प्रस्तुतियां दी।