बीकानेर, 04 दिसम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। वैश्विक महामारी कोरोना काल में जहां एक तरफ विद्यालयों में शिक्षण कार्य नही हो रहा है वही शिक्षक समय का सदुपयोग करते हुए विद्यालय की दशा सुधारने में लगे है। ऐसे ही एक शिक्षक सुनिल दत्त रंगा, जो राजस्थान की एकमात्र विशिष्ट खेल विद्यालय राजकीय सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में चित्रकला व्याख्याता पद पर कार्यरत है, उन्होंने अपनी मेहनत व लगन से विद्यालय परिसर की सामान्य गैलेरी को चित्रित कर स्पोर्ट्स आर्ट गैलरी में बदल दिया। रंगा ने कोरोना काल में विद्यालय परिसर गैलरी की दीवारों पर स्कूल में संचालित खेल, योगा एवं खेल के प्रति जागरूकता से सम्बंधित कुल 18 पेंटिंग बनाकर स्कूल की काया पलट दी। सुनिल दत्त रंगा ने बताया कि स्कूल में चित्रांकन की प्रेरणा भूतपूर्व प्रधानाचार्य जुगल किशोर हर्ष, उपप्रधानाचार्य अजयपाल सिंह शेखावत व आवासीय गृहपति मोहनलाल जीनगर से मिली। गौरतलब रहे कि रंगा ने कई राज्यस्तरीय एवं जिलास्तरीय प्रतियोगिता एवं कला प्रदर्शनी में भागीदारी निभाई। इनकी कलाकृतियां ललितकला अकादमी की वार्षिक कला प्रदर्शनी में प्रदर्शित हो चुकी है एवं रंगा कला मेले में भी पुरस्कृत हुए है। रंगा को जिला कलेक्टर राजसमंद पी. सी. बेरवाल द्वारा एवं 15 अगस्त 2019 को एस डी एम भीम, राजसमंद द्वारा उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। रंगा कई जिला एवं राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका निभा चुके है। गत दिनों स्कूल निरीक्षण पर आए शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान सौरभ स्वामी ने चित्रों को देखकर प्रशंसा की एवम बताया कि रंगा की पहल हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। स्कूल के प्रधानाचार्य रमेश कुमार हर्ष ने बताया कि रंगा स्कूल के युवा व्याख्याता है, जो सकारात्मक विचार रखते हुए विद्यालय विकास में पूर्ण मनोयोग से लगे हुए है। कोरोना काल के खाली समय का इससे अच्छा सदुपयोग नही हो सकता था।