कोणार्क कोर ने पीठावाला में युद्ध के नायकों के साथ मेल मिलाप और रामगढ़ में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया


 



 



 


बीकानेर, 03 दिसम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। भारत-पाकिस्तान युद्ध के स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर लेफ्टिनेंट मान्या के नेतृत्व में बैटल एक्स डिवीजन टीम ने कोणार्क कोर साइक्लोथोन के हिस्से के रूप में भारतीय सेना के जांबाजों ने साइकिल पर 171 किलोमीटर की दूरी तय कर और राजस्थान के सुदूर गाँव पीठावाला पहुंचे। इससे पहले टीम को नायक छोटू सिंह, शौर्य चक्र (सेवानिवृत्त) द्वारा रवाना किया गया। अभियान से पहले श्रीमोहनगढ़ में टीम द्वारा वृक्षारोपण किया गया। ब्रिगेडियर खोसला (सेवानिवृत्त) और कर्नल प्रसाद (सेवानिवृत्त), जो 1971 के युद्ध का हिस्सा थे, ने वीडियो संदेशों के माध्यम से ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष्य में कोणार्क कोर के प्रयासों की सराहना की। टीम ने मोहनगढ़ किला जैसे ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का भी दौरा किया। हमारे युद्ध नायकों की वीरता की गाथा सुनने के लिए नाचना, भाला और भारेवला में स्थानीय लोग और युवा उमड़ पड़े। उनके साथ बातचीत करते हुए टीम ने कोविड-19 सावधानियों का भी पालन किया और कोरोना किट को स्थानीय आबादी में वितरित किया। आज के अभियान का समापन पीठावाला में हुआ और इसे कैप्टन गोवर्धन सिंह (सेवानिवृत्त) 9 राजपुताना राइफ ल ने स्वागत किया, जिन्होंने ऑपरेशन ब्लूस्टार और ऑपरेशन विजय में भाग लिया। भारतीय सेना की मेडिकल टीम ने रामगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में रामगढ़ में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और उनके परिजनों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। चिकित्सा सुविधा और सलाह प्रदान करने के अलावा चिकित्सा शिविर मेंए कोविड-19 महामारी और इसके निवारक उपायों के बारे में जागरूकता पैदा करने का भी प्रयास किया गया।