श्रीराम मंदिर निर्माण के कर्नाटक प्रान्त की स्वागत समिति में मूलचंद नाहर भी मनोनीत





विहिप के 44 दिनी अभियान में 11 करोड़ लोगों से साधेंगे संपर्क


बेंगलूरु। यहां टिम्बर यार्ड स्थित देवमूल टावर में विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव कोटिश्वर शर्मा ने राम मंदिर निर्माण को लेकर तेरापंथ समाज से जुड़े पदाधिकारियों से संवाद किया तथा साथ ही मंदिर निर्माण में सहयोग का आह्वान किया। इस अवसर पर देवराज मूलचंद नाहर ट्रस्ट के मंत्री मूलचंद नाहर को श्रीराम मंदिर क्षेत्र ट्रस्ट की कर्नाटक राज्य स्तरीय स्वागत समिति का सदस्य भी मनोनीत किया गया। नाहर समिति के 21 वें सदस्य होंगे।

इस समिति में कर्नाटक के बीस सदस्य हैं।  इस दौरान कोटिश्वर शर्मा ने कहा कि अयोध्या में बनने वाले भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण में सर्व हिन्दू समाज की भागीदारी होनी चाहिए। इसी को लेकर विहिप और संघ परिवार अगले वर्ष की 15 जनवरी से लेकर 27 फरवरी तक अभियान प्रारम्भ कर रहा है। इसके अन्तर्गत विहिप, संघ परिवार व अन्य संगठन के कार्यकर्ता प्रत्येक घर व परिवार में जाएंगे और मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि एकत्रित करेंगे। इसके लिए न्यूनतम सहयोग राशि दस रुपए निर्धारित की गई है। मंदिर निर्माण के लिए जो भी श्रद्धालु या व्यक्ति इससे अधिक राशि देना चाहे वह भी दी जा सकती है। शर्मा के मुताबिक निधि का लक्ष्य नहीं, बल्कि हमारा लक्ष्य केवल प्रत्येक हिन्दू परिवार से सम्पर्क करने का है। वे बोले, 44  दिनी इस समयावधि में देशभर के साढ़े चार लाख गावों में जाकर करीब 11 करोड़ हिन्दू परिवारों से संपर्क साधने अर्थात मिलने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान नई व पुरानी पीढ़ी को श्रीराम मंदिर के इतिहास से अवगत कराया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए कस्बे, जिले व राज्य स्तर पर विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा निरन्तर मीटिंगे की जा रही हैं साथ ही कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। श्रीराम मंदिर की पृष्ठभूमि की जानकारी भी शर्मा ने सभी को दी। बकौल शर्मा श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय में अनेक वर्षों तक मुकदमा चला और जीत श्रीराम की हुई। उन्होंने कहा कि विश्व साक्षी है कि जैन समाज सक्षम समाज है। वहीं तेरापंथ समाज एक ही गुरु की आज्ञा का पालन करने वाला समाज है। इसलिए मंदिर निर्माण में उनके सहयोग की पूरी अपेक्षा है।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद कर्नाटक के महामंत्री जगन्नाथ शास्त्री,  कर्नाटक के संयुक्त कोषाध्यक्ष दीपक राजगोपाल, आई टी सैल के शेषाद्री, तेरापंथ सभा के मंत्री प्रकाश लोढ़ा, ललित आच्छा, हरकचंद ओस्तवाल, तेरापंथ युवक परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कटारिया, जयंतीलाल नाहर, सुरपतसिंह चोरडिय़ा, मुकेश नाहर, विकास नाहर व विक्रम सेठिया आदि भी मौजूद रहे।