असंभव सा लक्ष्य अगर किसी का संभव होने लग रहा हो तो समझ लेना वह हेल्प इंडिया परिवार का सदस्य हैं


 



 


हम जिस समाज में रहते है उस समाज में आज आर्थिक विषमता का भेद बढ़ता जा रहा है। आज समाज में कुछ लोग बहुत संपन्न है तो कुछ लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरते भी पूरी  नहीं कर पा रहे है, ऐसे में समाज की यह  जिम्मेदारी बनती है की जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाये।


ऐसे में हेल्प इंडिया ने अपने अभियान से इस जिम्मेदारी को निभाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज हेल्पइंडिया के फण्डराइजिंग अभियान में एक व्यक्ति 1 रूपये से लेकर 10 रूपये की मदद कर सकता है। किसी भी व्यक्ति के लिए एक बहुत ही छोटी रकम है जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से दे सकता है। एक व्यक्ति की यह मदद भले ही  छोटी लगती हो लेकिन जब हजारों सदस्य मिलकर यह सहायता करते है तो उस व्यक्ति को एक अच्छी मदद हो पाती है। 


कैसे जुड़े हेल्प इंडिया परिवार से??


यह एक सामाजिक सहायता कार्यक्रम है, इसके लिए आपको हेल्प इंडिया परिवार का सदस्य बनना होता है, हेल्प इंडिया परिवार के सदस्य बनने के लिए 4100 रूपये का प्लान है, हां यह बात सही है क इस संस्था से जुड़ने के लिए आपको ₹4100 रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर देने पड़ेंगे, लेकिन आप इसे एक रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर ना देखिए क्योंकि आपके इस रजिस्ट्रेशन फीस के बदले आपको एक हैल्थ कॉम्बो किट (Preventive health Combo Kit) मिल रही है


साथ ही बहुमूल्य डीएमआईटी सॉफ्टवेयर (DMIT Software & Learning Portal) जो आपके बच्चों के लिए अति आवश्यक है आपको दिया जा रहा है, अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए तो यह ₹4100 रजिस्ट्रेशन फीस लौटकर आपको एक हैल्थ प्रॉडक्ट और एक बहुमूल्य सॉफ्टवेयर के रूप में वापस मिल रही है।


कैसे पा सकते है मदद???


हेल्प  इंडिया परिवार में मदद पाना बेहद आसान है इसके लिए आपको helpindiaonline.org पर जाना होता है, वहाँ जाकर आप creat fundraiser पर जाकर अपनी help request डाल सकते है, हेल्प request में आपको पूरी जानकारी और अपने डाक्यूमेंट्स सबमिट करने होते है, उसके बाद उसे चेक किया जाता है।


अगर आपकी रिक्वेस्ट को सही पाया जाता है तो उसे अप्रूव कर दिया जाता है, अप्रूव होने के बाद आपकी रिक्वेस्ट helpindiaonline.org के पैनल पर शो होती है, हर एक हेल्प इंडिया एक्टिव सदस्य के द्वारा अनिवार्य मदद इसमें की जाती है, इस राशि  को आप अपने खाते में ट्रांसफर कर सकते है।


किस-किस कार्य के लिए पा सकते है सहायता???


हेल्प इंडिया बनाने का मुख्य उद्देश्य एक ऐसा सामाजिक मॉडल तैयार करना था जिससे समाज के अन्य लोग मिलकर समाज के जरूरतमंद व्यक्ति की मदद कर सके, मुख्यतः एक व्यक्ति को मदद की जरुरत तब होती है जब घर में बेटी की शादी हो या घर के मुखिया की मृत्यु हो जाये या फिर कोई सदस्य बीमार हो जाये।


इसी बात को ध्यान में रखते हुए हेल्प इंडिया परिवार ने सदस्य व्यक्ति की बेटी की शादी होने या सदस्य व्यक्ति की मृत्यु होने पर पहले लेवल से मदद का प्रावधान किया गया है, इसके अलावा अगर कोई गंभीर बीमार है तो उसके लिए मदद का प्रावधान किया गया है।


मदद के इस खूबसूरत प्लेटफार्म को समझने के लिए सर्कुलर नं 29 को ध्यानपूर्वक पढ़ें।


बलबीर शर्मा : राष्ट्रीय चेयरमैन हेल्प-विंग (हेल्प इंडिया संस्थान)