ऐसे बना नया विश्व रिकॉर्ड उज्जैन में../ 2020 व्यंजनों का श्रीनाकोड़ा भैरवदेव को लगाया महाभोग 


 



 



 


अब देश और दुनिया को वैश्विक महामारी-दुःख संकटों से शीघ्र मिलेगी मुक्ति : डॉ वसंतविजय जी म.सा.


अष्ट दिवसीय जप-हवन साधना शिविर की महा पूर्णाहुति आज 


उज्जैन। विश्वविख्यात राष्ट्रसंत, सर्वधर्म दिवाकर, मंत्र शिरोमणि, परम पूज्य गुरुदेव डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की पावन निश्रा में सोमवार को भैरव अष्टमी पर्व के मद्देनजर यहां शांतम आश्रम में 21 फीट के श्री नाकोडा भैरव जी को 2020 प्रकार के खाद्य पदार्थ-व्यंजनों का ऐतिहासिक महा भोग अर्पण किया गया। इस प्रकार संत श्रीजी ने वर्ष 2007 में स्वयं के ही 2007 किलो व्यंजनों के श्रीकृष्णगिरी तीर्थ धाम में मां पद्मावती के समक्ष अर्पित किए महाभोग का गिनीज बुक का रिकॉर्ड तोड़ा। वर्ष 2020 की समाप्ति से पूर्व श्रीनाकोड़ा भैरव जी को यह महा भोग अर्पण देश और दुनिया के समस्त जीवों के कल्याण व सुख समृद्धि के लिए लगाया गया। जप हवन शिविर में विभिन्न दुर्लभ मंत्रों के साथ संत श्रीजी ने आहुतियां देकर भैरव देव का आह्वान कर उन्हें भोग स्वीकार कराया। साथ ही भैरवाष्टक स्तोत्र व अनेक सुरमयी भजनों की संगीतमय प्रस्तुतियां दी। संत श्रीजी ने इस अवसर पर कहा कि देवताओं को भोग अर्पित करने से महामारी जैसे संकटों-दुखों का निवारण होता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत पर आई विपत्ति भी मिटेगी और जनता को राहत मिलेगी। डॉ वसंतविजय जी ने कहा कि चमत्कारिक भैरव देव को इस महाभोग से निश्चित ही देश और दुनिया कोरोना जैसी महामारी और दुख पीड़ा से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि भगवान भाव के भूखे होते हैं, विविध द्रव्यों से श्रद्धा भाव से भक्ति करने पर परमात्मा सदैव प्रसन्नता व खुशहाली प्रदान करते हैं। अष्ट दिवसीय जप साधना शिविर में हवन के लाभार्थी दीपेश निशा जैन व हिरण्यमयी परमार परिवार का राकेश जैन, कमलेश अग्रवाल ने तथा समाजसेवी राजेंद्र गुरुजी व नाशिक के स्वामी सोमेश्वर गिरी जी महाराज का सम्मान किया गया। आयोजन से जुड़े शैलेंद्र प्रकाश तलेरा ने बताया कि जप हवन शिविर में देश भर के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं व उज्जैन शहर-गांव के जरूरतमंदों को 2020 किलो के विश्व रिकॉर्डरुपी ऐतिहासिक महा भोग का वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को जप हवन साधना शिविर की महापूर्णाहुति होगी।