विदेशी छात्रों के जरिए भारतीय संस्कृति और परंपरा दुनिया भर में फैली : प्रा. डॉ. संजय चोरडिया



 

 

 

फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्टूडेंट्स एसोसिएशन द्वारा दीक्षांत स्नातक समारोह

 

पुणे। सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा कि भारत में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के कारण भारतीय संस्कृति और परंपराओं को दुनिया भर में फैलाने में मदद मिलती है। छात्र विभिन्न प्रकार से आदान-प्रदान दोनों देशों की प्रगति में योगदान करते हैं। सूर्यदत्त को विदेशी छात्रों के लिए सहानुभूति है और पिछले 18 वर्षों में 250 से अधिक विदेशी छात्र सूर्यदत्ता से स्नातक बने है। वे यहां फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्टूडेंट्स एसोसिएशन (फिसा) पुणे द्वारा कोरेगांव पार्क के वेस्टिन होटल में पुणे में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के लिए एक स्नातक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपना वक्तव्य दे रहे थे। इस समारोह को 58 देशों से लगभग 300 से ज्यादा छात्र उपस्थित थे। दोनों देशों की संस्कृति, परम्परा एक दूसरे को समझने के उद्देश्य से यह समारोह काफी मददगार रहा। इस दौरान सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ संचालित इंटरनॅशनल स्टुडंट्स सेंटर के संचालक प्रा. डॉ.विजय खरे, अफगाणिस्तान कौन्सलेट के कॉन्सुल जनरल शफीकुल्लाह इब्राहिमी, एलपीसीपीएस के संस्थापक डॉ. एसपी. सिंह, अजिंक्य डीवाय पाटील युनिव्हर्सिटी द्वारा संचालित इंटरनॅशनल सेंटर की संचालक प्रो. निरुपमा प्रकाश, 'फिसा' के अध्यक्ष अब्बा ओमर आदी उपस्थित थे। समारोह की शुरुवात अफगाणी नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमोसे हुई। चाड, तुर्कमेनिस्तान, अफगाणिस्तान, कॅमरून, युगांडा, केनिया, टांझानिया, दक्षिण सुदान, दक्षिण कोरिया, सौदी अरेबिया, येमेन, झांबिया, नायजेरिया, जिबूती, तुर्की, गॅम्बिया, कांगो, दक्षिण आफ्रिका, अंगोला, मलावी, श्रीलंका, नेपाळ, रुवांडा, कझाकस्तान, बुरुंडी, गिनी, लेसोथो, इथिओपिया, मालदीव, युक्रेन, रशिया, आयव्हरी कोस्ट, नायजर, थायलंड, बोत्सवाना, मोझांबिक, गॅबॉन, बेनिन प्रजासत्ताक, स्वाझीलँड, मादागास्कर, एरिट्रिया, इराक, इराण, इजिप्त, मोरोक्को, सोमाली, मॉरिशस, सेशेल्स आदि देशों से 300 छात्र शामिल हुए थे।

प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने 'अतिथी देवो भव' की विश्व विख्यात भारतीय परंपरा के अनुसार सभी विदेशी छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सूर्यदत्त में पिछले 18 सालो से विदेशी छात्र पढ़ रहे है। अबतक सूर्यदत्ता से लगभग 250 छात्र स्नातक बनके चले गए है और आज विश्वभर अपना टैलेंट दिखा रहे है। 33 देशों के छात्रों का इसमें समावेश है। उन्होंने बताया कि भारत में पढ़नेवाले विदेश के छात्रों की सुविधा के लिए सूर्यदत्ता इंटरनॅशनल एज्युकेशनल अँड कल्चरल सेंटर शुरू किया गया है। इस सेंटर के तहत नियमित रूप से  विदेशी छात्रों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, विद्यार्थी मेळा व दीक्षांत समारंभ आयोजित किया जाता है। डॉ. चोरडिया ने आगे कहा कि विदेशी छात्रों के लिए सूर्यदत्त में पायाभूत सुविधा उपलब्ध है। यहाँ की सभी पायाभूत सुविधा, मूल्य, परंपरा और शैक्षणिक प्रगती अनुभव करने के लिए विदेशी छात्रों ने सूर्यदत्ता को भेंट देनी चाहिए। उससे सूर्यदत्ता और छात्रों के भीतर नाता दृढ़ हो सकता है। डॉ. विजय खरे ने एसपीपीयूआय इंटरनॅशनल स्टूडंट सेल के बारे में बताया। डॉ. संजय चोरडिया ने अन्य गणमान्य अतिथियों को भी सन्मानित किया।