अनुदान नहीं मिलने से रोडवेजकर्मियों को नहीं मिला वेतन, पेंशन !


 


छोटीकाशी डॉट पेज। बीकानेर। विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस काल में यद्यपि रोडवेज के कर्मचारी अपनी जान की परवाह किये बिना, स्वयं व यात्रियोंंऔर बसों को सेनेटाइजर व एडवाइजरी का उपयोग करते हुए सरकार के आदेश पर यात्रियों के हितार्थ व निगम हित में बसों का संचालन किया जा रहा है। लेकिन रोडवेज प्रशासन द्वारा निगम कर्मचारियों को प्रत्येक महीने की पहली तारीख को वेतन, सेवानिवृत्तकर्मियों को पेंशन मिल जानी चाहिए जो कि आज 19 अगस्त तक नहीं मिले हैं। वेतन, पेंशन हेतु बीकानेर आगार एवं रोडवेज के मुख्यालय से जानकारी मिली है कि सरकार के रोड ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डॅवलपमेंट फंड कमेटी से जो रोडवेज को प्रति माह 45 करोड़ रुपये राशि अनुदान के रूप में मिलनी होती है वह नहीं मिलने से वेतन और पेंशन देने में कठिनाई आना बताया जा रहा है। रोडवेजकर्मियों का कहना है कि वेतन पेंशन निर्धारित समय पर नहीं मिलने जैसी शिकायतें हर महीने बनी रहती है। इसका समाधान रोडवेज व सरकार को ही करना होता है तो प्रारंभिक उपाय, कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है। रोडवेज कर्मचारियों की एसोसिएशन के शाखा सचिव गिरधारीलाल ने बताया कि रिटायर्ड कर्मचारियों को समय पर पेंशन नहीं मिलने व आर्थिक संकट हो जाने से खाने, पीने, नियमित दवाइयों, ईलाज के अभावग्रस्त रहना हो जाता है। यह व्यथा घायल ही जान सकता है। उन्होंने रोडवेज व राजस्थान सरकार से आग्रह किया है कि रोडवेज को शीघ्रातिशीघ्र अनुदान राशि 45 करोड़ दी जावे ताकि कर्मचारियों को वेतन, पेंशन का भुगतान हो सके। रोडवेज व सरकार को वेतन, पेंशन नियमित मिलने जैसी प्रक्रिया, नियम स्थाई बना कर राहत देनी चाहिए। गिरधारीलाल ने कहा कि कोई कार्यवाही नहीं होने पर रोडवेज के संयुक्त मोर्चे के आव्हान पर प्रभावी आंदोलन किया जायेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी रोडवेज व सरकार की होगी।


इनका कहना है : वेतन और पेंशन नहीं मिली है लेकिन शीघ्र ही मिलेगी। -सुधीर दीक्षित, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज आगार, बीकानेर