अनेक श्रद्धालुओं ने लिया दर्शन-मांगलिक आशीर्वाद
बेंगलुरु। समीपी क्षेत्र श्रीरंगपटना में विराजित अनुष्ठान आराधिका, ज्योतिष चंद्रिका साध्वीश्री डॉ कुमुदलताजी ने शुक्रवार को यहां श्रावक-श्राविकाओं को समझाते हुए बताया कि संसार में जीवन जीने के लिए अनेक व्यक्तियों पर संपूर्ण विश्वास रखना ही पड़ता है। अपने संदेश में उन्होंने अनेक उदाहरण दिए व कहा कि बालक को स्कूल में भेजते हैं तब शिक्षक पर पूर्ण विश्वास रखते हैं वह जो सिखाता है उस पर कोई ऑब्जेक्शन नहीं होता, बल्कि विश्वास होता है कि टीचर जो सिखाएगा वह सही ही सिखाएगा। आप बीमार होते हो तब डॉक्टर जो दवाई लिख कर देता है उसे बिना किसी तर्क-वितर्क के स्वीकार कर लेते हो, ट्रैवलिंग करते समय ड्राइवर पर आप कितना विश्वास रखते हो बस में बैठते समय ड्राइवर की कोई पूछताछ नहीं करते वह पढ़ा लिखा है या अनपढ़।कभी भी पूछे बिना आप उस पर विश्वास रखकर अपनी जिंदगी उसे सौंप देते हो। ट्रेन में यात्रा करते समय आप कितने निश्चित होकर बैठ जाते हो, ना तो ड्राइवर को पहचानते हो और ना ही वह आपको पहचानता है परंतु आप एक विश्वास के बल पर ट्रेन में आराम से बैठ जाते हो। भोजन शाला में भोजन करते समय आप भोजन की परीक्षा नहीं करते जो भी भोजन परोसा जाता है आप आराम से निश्चिंत होकर खा लेते हो आपको विश्वास होता है कि कि यह भोजन अच्छा ही होगा। कुल मिलाकर साध्वीजी ने कहा कि जितना विश्वास आप इन सभी चीजों पर कर लेते हो इतना ही विश्वास स्वयं पर करना चाहिए, लेकिन यहां बड़े विडंबना है कि लोग दूसरों पर भरोसा कर लेते हैं पर उसे खुद अपने आप पर भरोसा नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि व्यक्ति को अगर जीवन में आगे बढ़ना हो तो पहले अपने आप पर विश्वास करना चाहिये। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते हुए जो भी कोरोना वायरस के मरीज हैं उन्हें अगर खुद पर विश्वास है तथा उनका आत्मविश्वास अगर मजबूत है तो वह खुद ही कोरोना से लड़ पाएंगे, इसलिए व्यक्ति को अपना मनोबल मजबूत बनाए रखना चाहिए। इस दौरान साध्वीश्री डॉ पद्मकीर्तिजी ने भी अपने विचार रखे। सुरेश जैन ने बताया कि इस दौरान नव दंपति संजय-लावण्या टपरावत, रेणुका टपरावत सहित मैसूरु, मंड्या व रामनगर आदि अनेक शहरों से श्रद्धालुओं ने साध्वियों के दर्शन-वन्दन एवं मांगलिक आशीर्वाद का लाभ लिया।