बीकानेर, 30 मई (छोटीकाशी)। राजस्थान के ऊर्जा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के मुख्य स्टैंड से तीन नि:शुल्क मोक्ष कलश स्पेशल बसों को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया इनमें 92 यात्री मय अस्थि कलश के शनिवार को हरिद्वार के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आमजन के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए यह निर्णय लिया था कि लॉक डाउन के दौरान जिन लोगों का स्वर्गवास हो गया है और वर्तमान व्यवस्था के चलते उनके परिजन मृतकों की अस्थियों का गंगा में विसर्जित नहीं कर पाए हैं ऐसे लोगों के लिए सरकार द्वारा नि:शुल्क मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा प्रारंभ की गई, इसी क्रम में यह 3 बसें बीकानेर से रवाना की गई। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि राजस्थान रोडवेज द्वारा मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा के लिए पंजीयन जारी हैं। इसके लिए सबंधित यात्री को निगम की वेबसाइट पर जाकर 'मोक्ष कलश स्पेशल पंजीयन' लिंक पर क्लिक कर दिशा निर्देशानुसार पंजीयन फॉर्म को भरकर अपने मोबाइल नम्बर को आधार, जनआधार के ओटीपी के माध्यम से सत्यापित करना है। ओटीपी सत्यापित होने के पश्चात आपको पंजीयन क्रमांक प्राप्त हो जायेगा। कल्ला ने बताया कि यह यात्रा केवल एक और अधिकतम दो व्यक्तियों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होगी। यात्री के पंजीयन के समय आधार, जन-आधार एवं मृत्यु प्रमाण पत्र स्लिप साथ रखनी होगी। यात्रा के दौरान केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन के दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। इस अवसर पर जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार जिले से स्पेशल मोक्ष कलश बस ओर भेजी जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन बसों में उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनके परिवार जन की मृत्यु 22 मार्च को प्रदेश में लॉकडाउन शुरू होने के प्रारम्भ में हो गई थी। लॉक डाउन के दौरान जिनकी मृत्यु पहले हुई है उनके कलश पहले भेजे जा रहे है। लॉकडाउन के बाद मृत्यु की तिथी के दिन को ही वरियता क्रम माना जा रहा है। अस्थि कलश के साथ अधिकतम दो व्यक्तियों को जाने की अनुमति है। इस अवसर पर बीकानेर स्थित राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की मुख्य प्रबन्धक इंद्रा गोदारा सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री कल्ला ने बीकानेर से तीन मोक्ष कलश स्पेशल बस को किया रवाना
बीकानेर, 30 मई (छोटीकाशी)। राजस्थान के ऊर्जा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के मुख्य स्टैंड से तीन नि:शुल्क मोक्ष कलश स्पेशल बसों को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया इनमें 92 यात्री मय अस्थि कलश के शनिवार को हरिद्वार के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आमजन के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए यह निर्णय लिया था कि लॉक डाउन के दौरान जिन लोगों का स्वर्गवास हो गया है और वर्तमान व्यवस्था के चलते उनके परिजन मृतकों की अस्थियों का गंगा में विसर्जित नहीं कर पाए हैं ऐसे लोगों के लिए सरकार द्वारा नि:शुल्क मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा प्रारंभ की गई, इसी क्रम में यह 3 बसें बीकानेर से रवाना की गई। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि राजस्थान रोडवेज द्वारा मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा के लिए पंजीयन जारी हैं। इसके लिए सबंधित यात्री को निगम की वेबसाइट पर जाकर 'मोक्ष कलश स्पेशल पंजीयन' लिंक पर क्लिक कर दिशा निर्देशानुसार पंजीयन फॉर्म को भरकर अपने मोबाइल नम्बर को आधार, जनआधार के ओटीपी के माध्यम से सत्यापित करना है। ओटीपी सत्यापित होने के पश्चात आपको पंजीयन क्रमांक प्राप्त हो जायेगा। कल्ला ने बताया कि यह यात्रा केवल एक और अधिकतम दो व्यक्तियों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होगी। यात्री के पंजीयन के समय आधार, जन-आधार एवं मृत्यु प्रमाण पत्र स्लिप साथ रखनी होगी। यात्रा के दौरान केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन के दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। इस अवसर पर जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार जिले से स्पेशल मोक्ष कलश बस ओर भेजी जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन बसों में उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनके परिवार जन की मृत्यु 22 मार्च को प्रदेश में लॉकडाउन शुरू होने के प्रारम्भ में हो गई थी। लॉक डाउन के दौरान जिनकी मृत्यु पहले हुई है उनके कलश पहले भेजे जा रहे है। लॉकडाउन के बाद मृत्यु की तिथी के दिन को ही वरियता क्रम माना जा रहा है। अस्थि कलश के साथ अधिकतम दो व्यक्तियों को जाने की अनुमति है। इस अवसर पर बीकानेर स्थित राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की मुख्य प्रबन्धक इंद्रा गोदारा सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।