बीकानेर। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए डॉक्टर रोग प्रतिरोधक क्षमता पर जोर दे रहे हैं। भारतीय चिकित्सा पद्धति में भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कई उपचार है। अब कोरोना के बचाव के लिए इन्हीं पारंपरिक इलाज पर जोर दिया जा रहा है ऐसा कहना था आयुर्वेदाचार्य र्डॉ प्रीति गुप्ता का। जो श्री दिव्य आयु हैल्थ ट्रस्ट व आयु मंत्रा आयुर्वेद के सौजन्य से मेडिकल कॉलेज परिसर में कोरोना के विरुद्ध फ्रंट लाइन में कार्य कर रहे वारियर्स माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट व क्वेरंटाइन सेंटर पर ड्यूटी दे रहे रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन व अन्य कर्मचारियों के स्वास्थ्य रक्षण के लिए च्यवनप्राश, हर्बल टी, हर्बल सैनिटाइजर, हिमालय हर्बल सोप व कपड़े के बने डबल लेयर मास्क उपलब्ध कराएं। इस अवसर पर उपस्थित मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ शैतान सिंह ने आयुर्वेदाचार्य डॉ प्रीति गुप्ता के कार्यो को बहुउपयोगी बताया व आयुर्वेद विषय पर चर्चा की। डॉ रंजन माथुर ने च्यवनप्राश व हर्बल काढ़े के नियमित सेवन को जरूरी बताया व प्रशंसा की। माक्रोबायोलोजी विभागाध्यक्ष डॉ अंजली गुप्ता, डॉ वीपी शर्मा व डॉ पुनीत शर्मा ने कहा, इस कठिन घड़ी में हम सब साथ मिलकर ही इस प्राणघातक बीमारी से लोगो को बचा सकते है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डॉ महिपाल नेहरा, जनरल सेक्रेटरी डॉ दिनेश झाझरा, वाईस प्रेजिडेंट डॉ रौनक पूनिया ने ट्रस्ट परिवार का धन्यवाद दिया। रोहित श्रीमाली ने बताया इस अवसर पर कॉलेज परिसर में सामाजिक दूरी में खड़े होकर उपस्थित सभी चिकित्सक व कार्मिकों को सामग्री वितरित की।
फ्रंट लाइन में कार्य कर रहे वारियर्स को स्वास्थ्य रक्षण के लिए क्या उपलब्ध कराए, पढ़ें पूरी खबर