गोवंश को संरक्षण देने तथा अनाचार से बचाने का काम करने की ज़रूरत : डॉ वसंतविजयजी म.सा.





राजस्थान के गौपालन मंत्री प्रमोद भाया ने लिया संतश्रीजी के दर्शन-वंदन का लाभ


इंदौर। श्री कृष्णगिरी पार्श्व पद्मावती शक्ति पीठ धाम के पीठाधीपति, राष्ट्रसंत, सर्व धर्म दिवाकर पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉक्टर वसंतविजयजी म.सा. ने कहा कि सृष्टि के लिए गोवंश की कमी खतरनाक बनेगी। देशी गाय द्वारा ली जाने वाली श्वांस, उसकी रज, गोमूत्र सहित गाय से उत्पादित होने वाले अन्य उत्पाद सृष्टि के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसी स्थिति से गोवंश को संरक्षण देने के लिए सरकारों के साथ-साथ लोगों को आगे आकर काम करने की आवश्यकता है। यहां वीआईपी परस्पर कॉलोनी स्थित श्रीपार्श्व पद्मावती साधना मंदिर में उन्होंने यह विचार रखे। इस दौरान राजस्थान सरकार में गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने संतश्रीजी के दर्शन वंदन कर गौवंश संरक्षण संबंधी विस्तृत मार्गदर्शन प्राप्त किया। पूज्य गुरुदेव श्रीजी बोले,  पहाड़, नदियां, पशुधन, गोवंश नहीं होगा तो मनुष्य का जीवन सुगम नहीं रह सकेगा। गायों को पालने, उन्हें संरक्षण देने, पालने की स्थिति नहीं हो तो कम से कम गौशालाओं में स्थित गायों के लिए काम करने व चारा-पानी इत्यादि सहित उनके रखरखाव में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गौवंश की सेवा से बड़ा पुण्य कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मां के सम्मान से बडा कोई धर्म भी नहीं। उन्होंने कहा कि जहां मां का सम्मान नहीं है, वहां पर सुख-संपत्ति, वैभव निवास नहीं करते। गाय माता में भी 33 करोड़ देवी देवता निवास करते हैं। गौ माता के दर्शन करने मात्र से ही लोगों के पापों का नाश हो जाता है तथा घर में सुख संपत्ति वैभव निवास करता है। डॉक्टर वसंतविजयजी म.सा.ने कहा कि  गाय की सेवा से पवित्रता बनती है वहीं पुण्य भी प्राप्त होता है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से गोशालाओं को संरक्षण देने व गायों की सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि पहले प्रत्येक घर में गाय हुआ करती थी। लोग गाय की सेवा करते थे मगर आज देखने को मिलता है कि गाय लावारिस स्थिति में सड़कों के किनारे भटकती हुई नजर आती हैं। यह समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर गोवंश को संरक्षण देने तथा अनाचार से बचाने का काम करने की ज़रूरत है। इस दौरान अनेक गुरुभक्त भी मौजूद रहे।