कैट और बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के आह्वान पर बंद का मिला-जुला असर




बीकानेर, 26 फरवरी (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। केंद्र सरकार द्वारा असीमित रुप से (गुड्स सर्विस टैक्स) जीएसटी अधिकारियों को अधिकार के विरोध तथा गत दिनों गुजरात के व्यापारियों के साथ जीएसटी अधिकारियों द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के खिलाफ कनफैडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) व बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के आह्वान पर बंद का शहर में मिला-जुला असर देखने को मिला। बंद के दौरान कैट के सचिव रमेश पुरोहित, मंडल के अध्यक्ष रघुराज सिंह राठौड़, सचिव वेदप्रकाश अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल सोनी झूमरसा, मक्खनलाल अग्रवाल, प्रवक्ता सोनूराज आसुदानी सहित अनेक पदाधिकारीगण, मंडल से जुड़े व्यापारी, उद्योगपति दिनभर सक्रिय रहे। मंडल ने बीकानेर के समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठानों को एवं औद्योगिक प्रतिष्ठान को बंद रखने का निवेदन किया था। इस दौरान सभी व्यापारी, उद्योगपति हृदयस्थल कोटगेट के समीप एकत्रित होकर प्रशासनिक अधिकारी को पीएम नरेंद्र मोदी के नाम का ज्ञापन सौंपा गया। व्यापारियों ने कहा कि कोविड-19 कोरोना महामारी ने हमारे देश के नहीं बल्कि पूरे विश्व के पूरे व्यापार को प्रभावित किया है। इस समय जब व्यापार फिर से शुरू होने और अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करने की कोशिश कर रहा है, अनुपालन के संबंध में कुछ अधिसूचनाएं जारी की गई हैं, जिससे व्यवसायी का मनोबल बहुत नीचे आ गया है। पहले से ही पिछले 9 महीनों से कोई व्यवसाय नहीं था और सरकार द्वारा समय-समय पर लाए गए प्रतिबंधों के कारण, पूरा व्यापार धीरे-धीरे ऐसी परिस्थितियों में ईकॉमर्स में बदल रहा है, व्यवसायी इतना असहाय है कि इतने अनुपालन के साथ कैसे गुजारा जाए दायित्वों को। इस समय जब व्यापार सरकार से कुछ वित्तीय सहायता की उम्मीद कर रहा था जिसके लिए हमने उम्मीद खो दी है, दो अधिसूचनाओं की शुरूआत एक झटके के रूप में सामने आई है। इसलिए व्यापारियों ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि नोटिफिकेशन नंबर 01/2021 . सेंट्रल टैक्स नई दिल्ली, 1 जनवरी 2021 और नोटिफिकेशन नंबर 94/2020 सेंट्रल टैक्स नई दिल्ली, 22 दिसंबर, 2020 को तत्काल प्रभाव से वापस ले लें।