साधु तो रमता भला, नीर बहता भला : हंसराज पगारिया

 




आचार्यश्री भव्यदर्शनसुरीश्वरजी का मैसूरु से विहार, पिंजरापोल गौशाला पहुंचकर जानी व्यवस्थाएं-सराहना कर मांगलिक भी दी


मैसुरु। श्री सुमतीनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में आचार्यश्री भव्यदर्शनसुरीश्वरजी एवं साध्वीवृंद भद्रिकाश्रीजी आदि ठाना के यहां संपन्न चातुर्मास के बाद निपाणी की ओर विहार प्रारंभ हुआ। संतवृन्द शिधलिंगपूरा स्थित महावीर जिनालय पहुंचे। वहीं मार्ग में प्रवासी राजस्थानियों द्वारा दक्षिण भारत की सबसे बड़ी पिंजरापोल गौशाला का अवलोकन कर आचार्यश्री ने बारीकी से समस्त व्यवस्थाएं जानी तथा सोसायटी पदाधिकारियों की खूब सराहना करते हुए आशीर्वादी मांगलिक भी प्रदान की। पिंजरापोल सोसाइटी के ऊर्जावान उपाध्यक्ष हंसराज पगारिया ने बताया कि गौशाला में करीब 5000 से अधिक पशुओं की देखभाल सुव्यवस्थित तरीके से होती है। यहां से प्रस्थान से पूर्व अपने विचारों में आचार्यश्री ने साधु तो रमता भला नीर बहता भला.. संदेश के साथ कहा कि जिस प्रकार एक ही स्थान पर पड़ा पानी दुर्गंध देता है, वैसे ही साधु को भी एक स्थान पर नहीं रुकना चाहिए। ट्रस्टी पगारिया ने बताया कि इस दौरान सोसायटी के अध्यक्ष उमेद राज सिंघवी, सचिव महावीर सांखला, संघ के कोषाध्यक्ष मंगलचंद पोरवाल, ताराचंद बंदामुथा, मांगीलाल पोरवाल, सुमति नाथ जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष प्रवीण लुंकड़, सचिव अमित दंतेवाडिया, संदीप जैन, आदिश्वर जैन संघ के अध्यक्ष रमेश श्रीश्रीमाल, श्री पार्श्व पद्मावती ट्रस्ट के अध्यक्ष दलिचंद श्रीश्रीमाल, संतोष गोवानी, मोहनलाल पोरवाल, डायालाल बोहरा, जयंतीलाल जैन, मोडाराम माली सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन मौजूद रहे। महिला मंडल की सदस्याओं ने विदाई गीत प्रस्तुत किया। जैन विहार सेवा समूह द्वारा विहार व्यवस्था में सहयोग किया गया, जबकि जैन चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आचार्यश्री का सामैया किया गया। संघ के अध्यक्ष अशोक दांतेवादिया ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों जिनमें मैसूरु सिटी के उपायुक्त डॉ एएन प्रकाश गौड़ा आईपीएस का आभार जताया जिन्होंने मैसूरु से निपानी तक आचार्य श्रीजी की पुलिस प्रोटोकॉल की व्यवस्थाओं को सुचारु करवाया। हंसराज पगारिया ने बताया कि आचार्यश्री श्रीरंगपट्टना, मंड्या, मधुर, चंदपट्टना, रामनगर, बिरदी, केंगेरी, बेंगलुरु के बसवेश्वर नगर व हुबली होते हुए निपानी पहुंचेंगे।