अंतर्राष्ट्रीय तारबंदी के साथ नाइट-डे बैटन रिले दौड़ के साथ भारत-पाकिस्तान युद्ध के विजयी योद्धाओं का ऑनर करेगा बीएसएफ : BSF DIG


 



 



 


 


बीकानेर, 09 दिसम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। भारत-पाकिस्तान 1971 युद्ध के स्वर्णिम विजय वर्ष के 50 वर्ष होने के उपलक्ष्य, विजय दिवस को यादगार बनाने के लिए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) पहली दफा विजय दिवस के मौके पर सैलिब्रेट करेगा। चूंकि इस युद्ध में बीएसएफ ने महत्वपूर्ण रोल प्ले किया था और उस समय के 22 ऐसे जांबाज योद्धाओं जो आज भी जिंदा है का सम्मान करने का निर्णय फोर्स द्वारा लिया गया है। इसके अलावा भारतीय सीमा की पाकिस्तान से रक्षा करने वाले बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवान अंतर्राष्ट्रीय तारबंदी के साथ फ्लड लाइटों के प्रकाश मेें भारत-माता का शंखनाद करते हुए बेटन रिले दौड़ लगाएंगे। बुधवार को BSF बीएसएफ के DIG डीआईजी Pushpendra Singh Rathore पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने एक पत्रकार सम्मेलन में बताया कि 11 दिसम्बर, शुक्रवार को यह कार्यक्रम बीएसएफ के सैक्टर मुख्यालय पर ही आयोजित किया जाएगा। साथ ही इन्हीं जांबाज योद्धाओं के पारिवारिक सदस्यों को सांचू बॉर्डर पोस्ट जहां एक म्यूजियम बनाया गया है का अवलोकन भी इस दौरान कराया जाएगा। राठौड़ ने बताया कि इसके अलावा 15 दिसम्बर को 180 किलोमीटर की नाइट-डे बैटन रिले दौड़ का आयोजन भी बीएसएफ द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दौड़ लगाने से पहले ही अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर मौजूद बीएसएफ के जवान दिन-रात अभ्यास में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि संभवत: पश्चिमी सीमा पर यह दौड़ पहली बार हो रही है। चूंकि पांच वर्ष पूर्व पश्चिम बंगाल बोर्डर पर स्वयं उन्होंने ही ऐसी दौड़ आयोजित करायी थी जिसका लिम्का बुक ऑफ अवार्ड में नाम दर्ज है। 



बॉर्डर पर आधी रात बाद शुरु होगी दौड़
बीएसएफ डीआईजी राठौड़ ने पत्रकारों को बताया कि भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बीकानेर सैक्टर के खाजूवाला के पास कावेरी पोस्ट से देर रात्रि 12 बजे नाइट-डे बैटन रिले दौड़ शुरु होगी जो अनूपगढ़ के कैलाश पोस्ट के पास पूर्ण होगी। इस दौड़ के साथ जवान अपनी ड्यूटी, पेट्रोलिंग भी करेंगे। समापन स्थल पर अगले दिन 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाएगा। चूंकि बीएसएफ द्वारा पहली बार विजय दिवस सैलिब्रेट किया जा रहा है।