देश के सभी जोनल रेलवे में सर्वाधिक रेललाईन का निर्माण करने पर एनडबल्यूआर को रेलमंत्रालय ने प्रदान की 2 शील्ड्स

बीकानेर, 13 दिसम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। उत्तर पश्चिम रेलवे [एनडब्यलूआर] के निर्माण संगठन ने वर्ष 2019-20 के दौरान बहुत की उत्कृष्ट कार्य किया है, जिसमें 59 किलोमीटर नई लाईन, 106 किलोमीटर आमान परिवर्तन, 103 किलोमीटर दौहरीकरण, जयपुर तथा बांदीकुई बड़े स्टेशनों का रिमॉडलिंग का कार्य, 18 आरओबी का निर्माण, 188 रोड अण्डर ब्रिज का निर्माण तथा 119 समपार फाटक को बंद करने का सराहनीय कार्य शामिल है । उत्तर पश्चिम रेलवे ने सभी जोनल रेलवे में सर्वाधिक रेल लाईन निर्माण का कार्य किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक आनन्द प्रकाश के कुशल मार्गदर्शन में निर्माण विभाग द्वारा किये गये सराहनीय कार्य की वजह से वर्ष 2019-20 में उत्तर पश्चिम रेलवे ने सिविल इंजीनियरिंग (निर्माण) से संबंधित भारतीय रेलवे की दोनों 'सिविल इंजीनियरिंग निर्माण शील्ड' तथा 'समपार एवं रोड उपरी/अण्डर पुल संरक्षा कार्य शील्ड' प्राप्त की है। निर्माण संगठन ने राजस्थान राज्य में ना केवल 2019-20 में सराहनीय कार्य किया है बल्की 2020-21 व 2021-22 में 500 किलोमीटर रेल लाईन निर्माण के चुनौती पूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने का संकल्प किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के निर्माण संगठन के मुखिया ब्रिजेश कुमार गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) ने बताया कि मार्च 2020 में लॉकडाउन लग जाने के बाद यात्री गाडिय़ों के बंद होने का फायदा उठाकर निर्माण संगठन ने लंबे समय से लम्बित कार्यों तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण किया है। लॉकडाउन का लाभ उठाते हुए 14 रोड ओवर ब्रिज (जिसमें जयपुर रोड बाईपास के लिए 102 मीटर का धनुष स्टिंग गर्डर जयपुर-बांदीकुई खण्ड भी शामिल है), 40 रोड अण्डर ब्रिज तथा 03 पैदल उपरी पुल का लॉंउचिंग किया गया। बांदीकुई, कायमसर, गेटोर जगतपुरा तथा पलसाना स्टेशनों पर पैदल उपरी पुल का निर्माण कार्य पूरा किया गया। लगभग 32,000 मानव दिन का माइग्रेंट श्रमिकों को रोजगार दिया गया। महाप्रबन्धक का कोई भी नामित सरकारी आवास नहीं था, उसका भी निर्माण कार्य नवम्बर 2020 में पूर्ण किया गया।