बीएसएफ व पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में नकली नोटों के गिरोह का पर्दाफाश


 



 


बीकानेर, 10 नवम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स [बीएसएफ] व पुलिस की संयुक्त नाकाबंदी में मंगलवार को घड़साना थानांतर्गत तीन अभियुक्तों को 1 लाख 35 हजार रुपए के भारतीय नकली नोटों के साथ पकड़ा गया। बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने आज बताया कि पिछले कुछ समय से बीएसएफ की जी ब्रांच को बॉर्डर इलाके में नकली नोटों के गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। सूचनाओं की गंभीरताओं को देखते हुए जी ब्रांच के डिप्टी कमांडेंट दीपेंद्र सिंह शेखावत अपनी टीम के साथ लगातार संदिग्ध लोगों पर नजर रखे हुए थे। मंगलवार को मुखबिर द्वारा पुख्ता सूचना प्राप्त होने के बाद नाकाबंदी के दौरान कुछ संदिग्ध लोग एक मारुती आल्टो कार में बड़ी मात्रा में नकली नोटों की खेप लेकर घड़सारा से सखी रोड पर जा रहे थे उसके बाद पुलिस के साथ दोपहर सवा दो बजे बीएसफ व पुलिस की संयुक्त नाकाबंदी ने गाड़ी को रुकवाकर उसमें बैठे तीन जनों से पूछताछ की तो 2 हजार रुपए के 9 नकली नोट व 500 रुपए के 234 नोट जिनका कुल मूल्य 1 लाख 35 हजार रुपए था जब्त किए गए। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों सतपाल सिंह पुत्र सुखदेव सिंह निवासी रावला (श्रीगंगानगर), प्रगट सिंह उर्फ प्रिंस पुत्र सुखदेव सिंह और रणजीत सिंह प ुत्र सुखदेव सिंह निवासी घड़साना (श्रीगंगानगर) को गिरफ्तार किया है। राठौड़ ने बताया कि पूरे ऑपरेशन में बीएसएफ जी ब्रांच की भूमिका महत्वपूर्ण रही तथा बीएसएफ व पुलिस के इस प्रकार के संयुक्त ऑपरेशन से निश्चित रुप से बॉर्डर इलाके में होने वाले अपराधों में कमी आएगी।