बीकानेर। सम्भाग मुख्यालय के विभिन्न श्रेणी-वर्ग के करीब 30 से ज्यादा रेस्तरां ऑनर्स की बैठक मंगलवार को यहां संपन्न हुई, जिसमें वैश्विक महामारी कोरोना और लॉक डाउन की वजह से जो दिक्कत्तें आ रही है उसके बारे में विस्तृत चर्चा की गई। मीटिंग में रेस्त्रां व्यवसायी लोकप्रिय कालरा ने मीटिंग का संचालन किया। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन शाम 8 बजे के बाद से कर्फ्यू और वीकेंड लोक डाउन की वजह से रेस्त्रां व्यवसाय से जुड़े लोग आर्थिक तौर पर बेहद खराब हालातों का सामना कर रहे हैं। कालरा के मुताबिक ऐसी कमरतोड मार उनको उबरने ही नही दे रही है। मीटिंग में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि बीकानेर जिला कलेक्टर नमित मेहता को इस संबंध में एक ज्ञापन दिया जाये, ताकि शहर के रेस्ट्रां और केफे को इसमें कुछ राहत मिले। उन्होंने बताया कि पिछ्ले पांच महिंनो से लॉक डाउन की मार उनके सुचारु व्यवसाय को बन्द करने के कगार पर ले आयी है। यही नहीं, अब ये बन्दिश एक तरह से उनके लिए आखिरी कील का काम कर रही है। कालरा ने बताया कि बडे-बडे होटल और बाहरी मल्टी नेशनल कम्पनियों जैसे डोमिनोज आदि को सभी प्रकार की छूट राष्ट्रीय स्तर पर मिली हई है, ऐसे में फिर वॉकल फ़ॉर लोकल तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान का नारा बेमानी लगता है। सभी ने एकजुटता से कहा कि सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि इस पर ज्यादा गौर किये जाने की आवश्यकता है, ताकि छोटे रेस्तरां व्यवसाईयों को इस व्यवस्था से छूट मिले व समस्या का निदान हो तथा परोक्ष-अपरोक्ष रूप से बड़ी संख्या में रोजगार पर रखे हुए लोगों को भी तयबद्ध तरीके से मासिक भुगतान आदि वे कर सके।