अप्रैल 2003 में शेट्टी कमीशन का लाभ देने वाले राजस्थान के पहले न्यायाधीश व्यास सेवानिवृत्त!


 


बीकानेर, 1 जुलाई (छोटीकाशी डॉट पेज)। राजस्थान में बीकानेर निवासी व जोधपुर महानगर के जिला एवं सेशन न्यायाधीश नरसिंह दास व्यास सेवानिवृत्त हुए। वरिष्ठतम जिला न्यायाधीश व्यास ने 17 अप्रैल 2018 को जोधपुर महानगर जिला न्यायाधीश का पदभार संभाला था। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रांतीय प्रतिनिधि अविनाश आचार्य ने बुधवार को बताया कि व्यास राजस्थान के पहले जिला जज हैं, जिन्होंने 01 अप्रैल 2003 से कर्मचारियों को शेट्टी कमीशन की सिफारिशों के अनुरूप लाभ दिया। कर्मचारी हितों के प्रति सजग नरसिंह दास व्यास ने जैसलमेर और श्रीगंगानगर में सहायक कर्मचारियों से लेकर मंत्रालयिक कर्मचारियों को समयबद्ध पदोन्नतियां दी। जोधपुर के 26 महीनों के कार्यकाल में व्यास ने पदोन्नति के 27 आदेश जारी करते हुए 692 कर्मचारियों को पदोन्नत किया।


 



 


आचार्य ने बताया कि व्यास ने पदस्थापन के दौरान कार्यरत एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को शेट्टी कमीशन की सिफारिशों के आधार पर पदोन्नति एंव अन्य परिलाभ 1 अप्रेल 2003 से देने के आदेश जारी किए। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ श्रीगंगानगर के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मोदी और प्रदेशाध्यक्ष एवं बीकानेर जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण जोशी सहित अन्य कार्मिकों ने इस निर्णयों की सराहना की। जोधपुर महानगर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि जिला एवं सेशन न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत होने पर सोशल डिसटेंस रखते सादे समारोह जिसमें न्यायिक अधिकारी और कर्मचारियों न्यायालय परिसर से भावभीनी विदाई दी गई। उन्होंने बताया कि एक जुलाई 1960 को बीकानेर शहर में जन्मे व्यास ने 25 जून 1990 को हनुमानगढ़ में बतौर न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्वाइन किया। व्यास आरजेएस मैरिट मे दूसरे स्थान पर थे। व्यास ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जोधपुर अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश एएसीडी जज उदयपुर, विशिष्ट न्यायाधीश फैमिली कोर्ट के पदों पर अपनी सेवाएं दी। चार सितम्बर 2015 को जिला एवं सेशन न्यायाधीश जैसलमेर के पद पर पदस्थापित हुए। राजसंमद एवं श्रीगंगानगर में भी बतौर जिला जज सेवाएं दी। न्यायिक सेवा में रहते हुए उन्होंने 25 स्थानों पर लगभग 30 साल विभिन्न पदों पर कार्य किया। व्यास का झुकाव विधि शिक्षा की और रहा और विधि सम्बंधित अनेक डिग्रियां प्राप्त की।