बीकानेर (छोटीकाशी डॉट पेज)। वर्तमान समय में वैचारिक यज्ञ चल रहा है तथा भारत विश्व गुरु बनकर आगे आया है। आपदा काल में सबका ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है, हम क्या बेहतर कर सकते हैं, संस्कारित व शुद्ध आचरण से ही महामारी को जीता जा सकता है तथा छदम सूचनाएं फैलाना घातक है। यह शब्द आज विप्र चैंबर बीकानेर चैप्टर द्वारा वीसी के माध्यम से आयोजित मीटिंग में भारत के प्रख्यात पत्रकार व पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर दिल्ली ने देशभर से जुड़े हुए प्रतिभागियों से कहें। उन्होंने स्वदेशी कौशल विकास व आत्मनिर्भरता के त्रिआयामी संकल्पना को राष्ट्र निर्माण के लिए संभव बताया उन्होंने कहा कि भारत की स्वयं की सोच है तथा आयातित विचार से भारत नहीं चलता। शंकर ने श्वेत क्रांति, दुग्ध क्रांति क्रांति को भारत की देन बताया तथा दुनिया भारत के रास्ते बदलते हुए मजबूत जीवनशैली अपनाएंगी। इससे पहले मीटिंग का शुभारंभ राष्ट्रीय महासचिव अमित शर्मा ने मीटिंग के उद्देश्य व वी सी सी आई की कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला। बीकानेर के अध्यक्ष सीए सुधीश शर्मा ने कहा कि संस्था उत्कृष्ट कार्य कर रही है तथा इस महामारी में व्यापारी बंधुओं तक सरकार की योजनाएं पहुंचे, यह हमारा ध्येय है तथा व्यापारी सशक्त बने, इस हेतु हमें आगे आना होगा। विप्र फाउण्डेशन के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा ने संगठन निर्माण व व्यक्तित्व विकास पर प्रकाश डाला व संगठन द्वारा किए गए कार्यों को ही विस्तृत जानकारी प्रतिभागियों को दी। संगठन सकारात्मक भाव के साथ आगे बढ़े तथा कोरोना काल में किए गए संगठन के कार्यों को प्रकाश डाला। इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला प्रमुख चंद्रकांता पुरोहित, उदयपुर वी सी सी आई के प्रमुख के के शर्मा, भूटान से तुलसीराम शर्मा, सीए मोहन लाल पारीक सहित प्रबुद्धजनों ने विचार व्यक्त किए। संजय शर्मा सिलीगुड़ी ने राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए संगठन को आगे आने का आह्वान किया तथा पुरजोर शब्दों में मांग की उन्होंने कहा कि संगठन को टीम भावना से महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लडऩा होगा। इस अवसर पर पुणे, दिल्ली, गोवाहाटी, नोएडा, कोलकाता, आसाम, लखनऊ, बीकानेर सहित विभिन्न शहरों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी निभाई। मीटिंग का कुशल संचालन अमित शर्मा ने किया।
VCCI Bikaner की वीसी में देश भर से बड़ी संख्या में व्यवसायों व प्रोफेशनल्स ने निभाई भागीदारी