न्यूजडेस्क। 18 मई को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इंडिया टीवी न्यूज चैनल पर विशेष साक्षात्कार देते हुए कहा कि 17 मई को केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन-04 के लिए जो राहत की घोषणाएं की है, उससे भी ज्यादा राजस्थान में लोगों को राहत दी जाएगी। राजस्थान में अब रोडवेज की बसें भी चलेंगी तथा बाजार की दुकानें भी खुलेंगी। गहलोत ने कहा कि वे स्वयं महसूस करते हैं कि 55 दिनों के लॉकडाउन की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए वे चाहते हैं कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा राहत मिले। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि रेड जोन यानि कफ्र्यू ग्रस्त क्षेत्रों का दायरा भी कम किया जाए। जिस मकान में कोरोना संक्रमित मिल रहा है उसके आसपास ही कंटेनमेंट जोन बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले में राजस्थान की स्थिति काफी अच्छी है, इसलिए हमने पहले ही बहुत सी रियायतें दे रखी हैं। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने 17 मई को जो गाइड लाइन दी है, उसमें कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों को छोड़ कर अन्य क्षेत्रों में सैलून, ऑटो मोबाइल वर्कशॉप, इलेक्टॉनिक कपड़े आदि की दुकानें तथा बाजार भी खोले जा सकते हैं। अब सीएम गहलोत का कहना है कि केन्द्र सरकार की गाइड लाइन से भी ज्यादा राहत राजस्थान के लोगों को मिलेगी। इससे लोगों की उम्मीद और बढ़ गई है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन-04 के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं उसके अनुरूप राजस्थान में नई गाइड लाइन अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री के ताजा बयान से लोगों में उत्साह का संचार हुआ है। गहलोत ने माना कि राजस्थान में पर्यटन उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। देश में आने वाले चार में से एक पर्यटक राजस्थान में घूमने के लिए आता है। मेरी प्राथमिकता है कि होटल व्यवसाय भी जल्द से जल्द चालू हो सके। उन्होंने कहा कि इन दिनों देशभर में श्रमिक सड़कों पर है, इसके लिए केन्द्र सरकार को प्रभावी कदम उठाने चाहिए। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में प्रतिशत 50 ट्रेने अन्य राज्यों से आ रही है, लेकिन राजस्थान में मात्र दो ट्रेन आ रही है। गहलोत ने कहा कि सरकार को ट्रेनों का आवागमन जल्द से जल्द सामान्य करना चाहिए ताकि श्रमिकों को यह भरोसा हो सके कि वे जब चाहे तब अपने घर जा सकते हैं। चूंकि अभी श्रमिकों को भरोसा नहीं है, इसलिए पैदल चलकर ही अपने घरों तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने 24 मार्च को अचानक लॉकडाउन घोषित कर दिया जिसकी वजह से देश में अफरा-तफरी का माहौल है। श्रमिक ही नहीं बल्कि श्रद्धालु, पर्यटक आदि भी फंस गए। उन्होंने कहा कि किसी भी मजदूर को जबरन नहीं रोका जा सकता। गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में केन्द्र सरकार को राज्यों की भरपूर मदद करनी चाहिए। केन्द्र सरकार यह नहीं कह सकती कि उसका खजाना खाली है। केन्द्र के पास आरबीआई है जिसके पास नोट छापने की मशीन है। इस विपरीत परिस्थितियों में अतिरिक्त नोट छपवा कर राज्यों की मदद की जाए। अलबत्ता गहलोत ने मनरेगा के लिए 40 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान करने का स्वागत किया, लेकिन इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने केन्द्र सरकार से मांग की थी कि मनरेगा के श्रमिकों को दो माह का वेतन सीधे उनके बैंक अकाउंट में डाल दिया जाए, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। गहलोत ने कहा कि अभी तक राजस्थान में दस लाख प्रवासी श्रमिक वापस आ चुके हैं। श्रमिकों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। मेरा प्रयास होगा कि इन श्रमिकों को भी मनरेगा में रोजगार उपलब्ध करवाया जाए। गहलोत ने कहा कि भले ही भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री विरोध नहीं कर रहे हों, लेकिन केन्द्र सरकार की नीतियों की वजह से भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी दुखी है। केन्द्र सरकार ने जीडीपी का दस प्रतिशत हिस्सा ही राज्यों को दिया है जो बहुत कम है। उन्होंने कहा कि गत चार दिनों से केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन जो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है, वह देश को गुमराह करना जैसा है। राज्यों को कोई आर्थिक पैकेज नहीं दिया जा रहा है, सिर्फ लोन की सुविधा दी जा रही है। वित्त मंत्री का यह कहना भी गलत है कि राज्यों को पूर्व में आवंटित राशि का उपयोग ही नहीं हो रहा है। गहलोत ने कहा कि वित्तमंत्री जिस राशि की बात कर रही है, उसे राज्यों को कर्ज के रूप में केन्द्र से लेना होता है। गहलोत ने कहा कि जब कर्ज ही लेना है तो हम अपनी सुविधा के अनुसार लेंगे। गहलोत ने माना कि जोधपुर और जयपुर में जिस तरह कोरोना संक्रमण फैल रहा है वह चिंताजनक है। लेकिन इससे घबराने की बात नहीं है। हालात हमारे नियंत्रण में है। गहलोत ने कहा कि मौजूदा समय में प्रतिदिन 11 हजार कोरोना टेस्ट करवाए जा रहे हैं। अब इसे 25 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जा रहा है, इसके लिए अमरीका से दो मशीन मंगवा ली है। एक मशीन जयपुर और दूसरे जोधपुर में लगेगी। एक मशीन पर रोजाना चार हजार टेस्ट हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में दो लाख 32 हजार टेस्ट हो चुके हैं और अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए वेंटीलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी है।
(साभार: एसपी.मित्तल)
राजस्थान में बाजार और दुकानें भी खुलेंगी, रोडवेेज की बसें भी चलेंगी../लॉकडाउन चार में केन्द्र सरकार की गाइड लाइन से भी ज्यादा राहत मिलेगी-सीएम गहलोत।