साध्वीश्री सूर्यकिरणाश्रीजी का देवलोक गमन, पालकी व अंतिम संस्कार कल

 





बेंगलुरु/भीनमाल। आचार्य देवेश श्रीमद विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. के पट्टधर की अज्ञानुवर्तिनि गुरुणीजी श्री लावण्यश्रीजी की सुशिष्या विदुषी साध्वीजीश्री सूर्यकिरणाश्रीजी म.सा. प्रतिक्रमण करते-करते अचेत हो गए, जिनको गंभीर स्थिति में राजस्थान के भीनमाल स्थित नाहर हॉस्पिटल ले गए। जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। साध्वीजी का मंगलवार शाम 4 बजे भाण्डवपुर तीर्थ में पालखी की बोलियाँ बोली जावेगी तथा 13 जनवरी, बुधवार को प्रातः 10 बजे पालकी निकाली जावेगी व अंतिम संस्कार भी भाण्डवपुर तीर्थ में होगा। यह जानकारी अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद बेंगलुरु के अध्यक्ष डूंगरमल चोपड़ा ने दी। उन्होंने बताया कि साध्वीश्री सूर्य किरणाश्रीजी ने दीर्घ व उत्कृष्ट संयम जीवन व्यतीत कर आत्मा का कल्याण किया। अभा.श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष  रमेश धरु, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रकाश हिराणी, महामंत्री सुधीर लोढ़ा एवं बेंगलुरु शाखा के अध्यक्ष डूंगरमल चोपड़ा ने साध्वीश्री सूर्यकिरणाश्रीजी म.सा. के पावन चरणों मे भावांजलि अर्पित की है।