बीकानेर। राजस्थान विधानसभा सचिवालय में मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के नवनिर्वाचित सचिव नरेश जोशी ने कहा कि उन्हें आज जो भी सफलता या पहचान मिल रही है उसमें पुष्करणा समाज के बुजुर्गों के संस्कार की वजह से ही मिल रही है। जोशी यहां रमक झमक संस्थान की ओर से अपने सम्मान-अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता में बीकानेर शहर की मिलनसार संस्कृति का योगदान अभूतपूर्व रहा है। रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा 'भैरु' ने कहा कि सर्वप्रथम समाज, ऐसी प्रतिभाओं को प्रोत्साहन व सम्मान देकर उनके साथ खड़े होने का आश्वसन दें, जिससे उनका होंसला बढ़े। समाज के साथ आने से उनमें नई ऊर्जा का संचार होगा जिससे वे समाज और शहर हित में खुलकर काम कर सकेंगे। इस दौरान अतिथियों ने नरेश जोशी को शॉल-साफा पहनाकर, रमक झमक ओपरणा ओढ़ाकर तथा श्रीफल, पुस्तक व अभिनन्दन पत्र अतिथियों भेंट कर सम्मानित किया। रमक झमक की ओर से राधे ओझा ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर जुगल किशोर ओझा 'पूजारी बाबा', राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार शिवराज छंगाणी, जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक हरिशंकर आचार्य सहित अनेक मौजूद थे। नितेश रंगा ने आभार व्यक्त किया।
रमक झमक ने किया नरेश जोशी का सम्मान-अभिनंदन