उज्जैन। विश्व इतिहास में पहली बार बाबा महाकाल की अवंतिका नगरी से देश और दुनिया में बैठे लोगों के संकट, दुख, रोग काटने व सुख-समृद्धि का अमृत बरसाने अति दिव्य मंत्र शक्तिपात होगा। जी हां, विश्व विख्यात राष्ट्रसंत, मंत्र शिरोमणि, सर्व धर्म दिवाकर परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी डॉ वसंतविजयजी म.सा. द्वारा सिद्ध किये गए दुर्लभ मंत्रों की ऊर्जा नव वर्ष अर्थात 31 दिसंबर की रात्रि 10:00 बजे से ब्रह्मांड की तरंगों में प्रवाहित होंगी, जो की वातावरण में सकारात्मक प्रभाव के साथ हर प्रकार के संकटों का निवारण करेंगी। यही नहीं लोगों की संपन्नता व समृद्धि को भी इन दिव्य मंत्रों की ऊर्जा से बढ़ाने का चमत्कारिक एवं अभिनव आयोजन होगा। मां पद्मावती के परम उपासक एवं भैरव देव के सिद्ध साधक पूज्य गुरुदेव डॉ वसंत विजय जी मसा. विगत सवा महीने से यहां के त्रिवेणी घाट स्थित शांतम आश्रम में साधनारत हैं, जो कि 5 लाख कमल पुष्पों (प्रतिदिन हजारों कमल पुष्पों), नैवेध-फल इत्यादि से मां की आराधना-जाप-भक्ति कर रहे हैं। प्रतिवर्ष नववर्ष की पूर्व संध्या से अलसुबह तक दिव्य मंत्र शक्तिपात रूपी महा मांगलिक की दिव्य ऊर्जा राजस्थान के श्रीनाकोड़ा तीर्थ धाम में हजारों लोगों की साक्षी में देने वाले संत श्रीजी द्वारा इस वर्ष का यह लाभ उज्जैन वासियों को मिलेगा।
विश्वस्तर पर चमत्कारों का अनुभव प्राप्त करने के लिए यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/c/
वैश्विक स्तर पर भी डॉ वसंतविजय जी मसा. के अधिकृत यूट्यूब चैनल थॉटयोगा https://www.youtube.com/c/
पांच घण्टे तक संत श्रीजी 132 मंत्रों की दिव्य ऊर्जा से देंगे मंगल आशीर्वचन
इस दौरान करीब पांच घण्टे तक संत श्रीजी 132 मंत्रों की दिव्य ऊर्जा से लाखों-करोड़ों लोगों के रोग, संकट, भय एवं दुखों का निवारण कर आगामी समय की शुभता का मंगल आशीर्वचन प्रदान करेंगे। आयोजन से जुड़े शैलेंद्र प्रकाश तलेरा ने यह भी बताया कि पूज्य गुरुदेव श्रीजी की निश्रा पाने वाले अथवा इस महामांगलिक हो श्रवण करने वाले सौभाग्यशाली बिरले श्रद्धावानों के जीवन में निश्चित ही एक सकारात्मक और देदीप्यमान भरा उजाला आएगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी मसा. निश्वार्थ भाव से इस धरा के प्रत्येक जीव अर्थात प्रत्येक भारतवासी के लिए सदैव सुखी, स्वस्थ एवं समृद्धि की कामना करते हैं।
31 दिसम्बर की रात परिवर्तन की रात
संकट में फंसे, परेशान दु:खी लोगों के लिए 31 दिसम्बर की रात एक नए परिवर्तन की रात बनेगी। जिस रात में इन मंत्रों को कोई भी मनुष्य सिद्धसाधक डॉ वसंतविजय जी मसा. के मुख से सुन लेगा तो वह रात नहीं उसके लिए जीवन को बदलने वाला दिन बन जाएगा। जीवन में नई ऊर्जा प्रकट होगी। लक्ष्मी को देने वाली रमा बीज, ज्ञान को देने वाली सरस्वती बीज, शांति को देने वाली प्रणव बीज, शक्ति को देने वाली माया बीज, आकर्षण को करने वाली आकर्षण बीज, मोहन को करने वाली वशीकरण बीज, विभिन्न सिद्धी को देने वाली काली बीज आदि विभिन्न बीज मंत्रों को जब साधक अपने मनीपूर्वक चक्र से निकालकर भक्तों को नि:स्वार्थ भाव से उनके कल्याण के लिए प्रकट करता है तो उसी समय चमत्कारिक रुप से कई बीमारियां मिटती है, इच्छाएं प्रकट होती व पूर्ण होती है।