भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र डिवीजन ने मनाया 49 वां नागी दिवस, वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि








श्रीगंगानगर, 28 दिसम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र डिवीजन ने श्रीगंगानगर में 49 वां नागी दिवस मनाया। 1971 युद्ध के दौरान 25-26 दिसम्बर को पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा के बाद भारतीय क्षेत्र के नागी नामक छोटे गांव पर कब्जा कर लिया था। भारतीय सेना की 4 पैराशूट रेजिमेंट, 9 पैराशूट फील्ड रेजीमेंट, 410 फील्ड कंपनी और 18 कैवेलरी ने इसी दिन ऑपरेशन में दुश्मन को इस क्षेत्र से बेदखल कर दिया था। नागी की लड़ाई भारतीय सेना के सच्चे लोकाचार का प्रतीक है, जिसमें 21 बहादुर दिलों ने सर्वोच्च बलिदान दिया और राष्ट्र के सम्मान की रक्षा की। उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में एक विशेष कार्यक्रम आयोजन किया गया। समारोह में लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से लड़ाई का रूपांतरण और फ्यूजन पाइप बैंड, सिख सैनिकों द्वारा गतका के पारंपरिक मार्शल आर्ट प्रदर्शन और गोरखाओं द्वारा खुखरी नृत्य जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल थीं। इस कार्यक्रम में वीर नारियों, सेवारत कर्मियों, शहर के गणमान्य व्यक्तियों, मीडियाकर्मियों और सेना के जवानों के परिवारों ने भाग लिया। इस आयोजन में उपस्थित युद्ध के दिग्गजों और वीर नारियों को राष्ट्र के लिए उनके बलिदान के लिए सम्मानित किया गया। सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित करने के लिए नागी युद्ध स्मारक में पुष्पांजलि समारोह भी आयोजित किया गया। नागी युद्ध स्मारक पवित्र रेत के टीलों पर खड़ा है जहां हमारे 21 सैनिकों ने मातृभूमि के सम्मान की रक्षा के लिए अपना जीवन लगा दिया। सभा को संबोधित करते हुए मेजर जनरल देवेंद्र शर्मा, सेना मेडल, जनरल ऑफि सर कमांडिंग, सुदर्शन चक्र डिवीजन ने नागरिक प्रशासन और नेगी के लोगों द्वारा शहीदों को सम्मानित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि सैन्य, नागरिक प्रशासन और स्थानीय आबादी के बीच समन्वय राष्ट्र निर्माण में एक लंबा रास्ता तय करेगा।