बीकानेर। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ाई को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला प्रशासन के नेतृत्व में पूर्ण पारदर्शिता के साथ आगे बढाया जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप अन्य जिलों के वनिस्पत संभाग मुख्यालय होते हुए बीकानेर में मात्र 109 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। बड़ी सफलता इसे मानेंगे कि वृहद् स्तर पर समुदाय में संक्रमण जैसी स्थिति नहीं बनी। पॉजिटिव केस के कन्टेनमेंट जोन से बाहर संक्रमण नहीं गया। ये कहना था सीएमएचओ डॉ बी.एल. मीणा का, वे गुरूवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कोरोना काल में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त बजट, उसकी उपयोगिता व खरीद सम्बन्धी विषयों पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ तथ्य रख अनावश्यक विवादों पर विराम भी लगाया। प्रेस वार्ता के दौरान ही उन्होंने जयपुर से लौटे 32 वर्षीय व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि की। इसीके साथ जिले में कोविड-19 पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 109 व एक्टिव केस 29 हो गए। पॉजिटिव व्यक्ति सिविल लाइन्स स्थित शांति विला अपार्टमेंट निवासी है। उन्होंने कोरोना संक्रमण के बीकानेर में पाए गए पहले केस से लेकर आज तक के सफर पर प्रकाश डाला और बताया कि जिला प्रशासन के नेतृत्व में चिकित्सकों, नर्सिंग-पैरा मेडिकल स्टाफ, एनएचएम प्रबंधकीय स्टाफ, आशा कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस विभाग, सफाईकर्मियों, बीएलओ, अध्यापकों, सिविल डिफेंस व जिले के मीडिया ने बहुत सकारात्मक भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अब अपने समस्त मूल कार्यों की ओर भी ध्यान केन्द्रित करने में लगा है। मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण व एनसीडी पर जोर के साथ निरोगी राजस्थान अभियान को भी जोर-शोर से आगे बढाया जाएगा। उन्होंने आमजन से सोशल डिस्टेंस के साथ जीने की कला सीखने का आह्वान भी किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएमएचओ (प.क.) डॉ योगेन्द्र तनेजा, एपिडेमियोलोजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़, सहायक लेखाधिकारी बाबूलाल राजपुरोहित, डॉ कीर्ति शेखावत, जिला लेखा प्रबंधक राजेश सिंगोदिया, जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य व जनसंपर्क कार्यालय से राजेन्द्र भार्गव सहित प्रतिष्ठित मीडिया हाउस के प्रतिनिधि, पत्रकार, फोटोग्राफर व विडियो जर्नलिस्ट मौजूद रहे।
कोरोना काल में नियमानुसार व पारदर्शिता से किया बजट उपयोग प्रेस वार्ता में सहायक लेखाधिकारी को साथ लेकर सीएमएचओ डॉ मीणा ने कोरोना काल में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त राशि व उसके व्यय-खरीद पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन में जिस ट्रिपल लेयर मास्क की दर 16 रूपए निर्धारित की गई थी उसे विभाग ने आपूर्ति बाधित दिनों में भी 10 रूपए प्रति नग के हिसाब से खरीद की और आज आपूर्ति सुधरने पर तो अढाई रूपए से भी कम में खरीद की जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि आपदा निधि से प्राप्त राशि 29.01 लाख का व्यय किया गया है। सांसद निधि से 28 लाख रूपए की स्वीकृति में से 14 लाख प्राप्त हुए हैं जबकि राशि 20.26 लाख रूपए का व्यय किया गया है। विधायक निधियों से प्राप्त कुल 8.5 लाख की स्वीकृति में से राशि 6.8 लाख प्राप्त हुई और 8.22 लाख का व्यय बुक किया गया है। इस प्रकार कुल 65.51 लाख रूपए की स्वीकृति में से राशि 49.81 लाख रूपए बजट प्राप्त हुआ और कुल 57.49 लाख का व्यय अब तक किया गया है जिनमे से काफी भुगतान प्रक्रियाधीन है। मास्क, सेनेटाईजर, ग्लव्ज, हाइपो क्लोराइड मिश्रण आदि सभी प्रकार की खरीद आपदा काल में भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन, दिशा-निर्देश व बाजार सर्वे के आधार पर न्यूनतम दरों पर की गई है। पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए डॉ मीणा ने बताया कि एन 95 मास्क के एक ऑर्डर में प्राप्त सप्लाई जनप्रतिनिधियों को भेजी गई जिसमे गुणवत्ता सम्बन्धी शिकायत मिलने पर सप्लायर को माल वापसी कर भुगतान रोक दिया गया। ये एक सामन्य खरीद की प्रक्रिया है जिसमे कई बार आपूर्ति मजमून अनुसार नहीं होने पर माल लौटाया जाता है। राजकोष को किसी प्रकार की हानि नहीं होने दी गई।
जिले की कोरोना अपडेट सीएमएचओ डॉ मीणा ने अपडेट देते हुए बताया कि जिले के अब तक लिए गए कुल 13,625 सैंपल में से 109 पॉजिटिव पाए गए हैं। जिनमे से 13 प्रवासी, 58 पुरुष व 51 महिलाएं शामिल हैं, 15 वर्ष तक के 17 बच्चे हैं व 65 वर्ष से अधिक आयु के 6 व्यक्ति शामिल हैं। 76 ठीक हो चुके हैं, 4 की मृत्यु हो चुकी है जबकि 29 व्यक्ति उपचाराधीन हैं। जिले में 11 कन्टेनमेंट जोन में से 7 सक्रिय हैं। प्रवासियों की बात करें तो कोरोना काल में प्रथम फेज में जिले में कुल 60,937 प्रवासी पहुंचे। इनमे 60,646 देसी व 291 विदेशी शामिल थे। 1 मई के बाद द्वितीय फेज में कुल 41,142 प्रवासी पहुंचे इनमे 41,137 देसी व 5 विदेशी शामिल थे। इनमे से मात्र 6706 व्यक्ति ही अब होम आइसोलेशन में हैं बाकी का 14 दिवसीय क्वारंटाइन समय पूर्ण हो चुका है। 664 दलों द्वारा घर-घर सर्वे जारी है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व आउटडोर मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया पर लगातार जागरूकता अभियान जारी है। इसके अलावा जिले भर में सोडियम हाइपोक्लोराईट का छिडकाव भी दैनिक गतिविधियों में शामिल है।